राष्ट्रपति के वेतन में वृद्धि संबंधी कानून अस्तित्व में आया
नई दिल्ली, 3 जनवरी (आईएएनएस)। राष्ट्रपति प्रतिभा देवीसिंह पाटिल ने अपने वेतन में तिगुनी वृद्धि संबंधी एक विधेयक पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके साथ ही उनका वेतन 50,000 रुपये प्रतिमाह से बढ़कर 150,000 रुपये प्रतिमाह हो गया है।
राष्ट्रपति ने 30 दिसंबर, 2008 को अपने वेतन में वृद्धि करने संबंधी विधेयक के साथ-साथ उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के वेतन में वृद्धि संबंधी विधेयक पर भी हस्ताक्षर किए। अब उपराष्ट्रपति का वेतन 40,000 रुपये से बढ़कर 125,000 रुपये प्रतिमाह हो गया है।
अब इन दोनों संशोधित कानूनों के अस्तित्व में आने के बाद इसी महीने से ही राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को बढ़ा हुआ वेतन मिल सकेगा। उनकी वेतन वृद्धि जनवरी 2006 से प्रभावी होगी। राष्ट्रपति को बकाया वेतन के रूप में 36 लाख रुपये और उपराष्ट्रपति 30लाख 60 हजार रुपये मिलेंगे।
राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति की पेंशन में भी बढ़ोतरी की गई है। इनसे जुड़े दो संशोधित कानूनों को मंजूरी मिली है। अब पूर्व राष्ट्रपति ए. पी. जे. अब्दुल कलाम को पेंशन के रूप में 75,000 रुपये प्रतिमाह मिल सकेगा। वहीं पूर्व उपराष्ट्रपति भैरो सिंह शेखावत को 62,500 रुपये प्रति माह पेंशन के रूप में मिलेंगे।
नए कानून के तहत पूर्व राष्ट्रपति को दो टेलीफोन, एक मोबाइल फोन और इंटरनेट सेवा प्रदान की गई है। पूर्व राष्ट्रपति के सचिवालय सहायकों की संख्या भी तीन से बढ़ाकर पांच कर दी गई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।