गिलानी-जरदारी के बीच दूरियां बढ़ीं : रिपोर्ट
सूत्रों के हवाले से समाचार पत्र ने लिखा है कि प्रतिदिन के कामकाज में राष्ट्रपति कार्यालय के बढ़ते हस्तक्षेप से गिलानी का धर्य जवाब दे गया है। यही कारण है कि देश के दो शीर्ष पदों के बीच तनाव पैदा हो गया है।
मतभेद बढ़ने का एक कारण ब्रिटिश प्रधानमंत्री गार्डन ब्राउन की हाल की पाकिस्तान यात्रा भी रही, जब संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में गिलानी की बजाय राष्ट्रपति जरदारी ने पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया। अखबार के अनुसार गिलानी ने इस मामले को उठाते हुए जोर दिया कि प्रोटोकाल के अनुसार दोनों प्रधानमंत्रियों को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करना चाहिए।
इस बात के समाचार हैं कि जरदारी पूर्व सैनिक शासक परवेज मुशर्रफ के विवादास्पद 17वें संविधान संशोधन को समाप्त करवाकर प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं। मुशर्रफ ने प्रधानमंत्री पद के सभी विशेषाधिकार राष्ट्रपति पद में समाहित कर दिए थे।
सबसे महत्वपूर्ण है केवल स्नातकों को ही संसदीय चुनाव में भाग लेने की अनुमति देने वाले प्रावधान को समाप्त करना। जरदारी के पास केवल हाईस्कूल का प्रमाणपत्र है।
'द न्यूज' के अनुसार गिलानी और जरदारी के बीच तनाव के कारण प्रधानमंत्री पद से सीधे संबद्ध तीन महत्वपूर्ण अधिकारियों के पद महीनों से खाली हैं।
जरदारी खेमे के वफादार सिराज शम्सुद्दीन को प्रमुख सचिव पद से हटाने के तुरंत बाद एशियन डेवलपमेंट बैंक का कार्यकारी निदेशक बना दिया गया है। गिलानी सिराज के साथ काम करने में असुविधा महसूस कर रहे थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।