'यूरोपीय संघ के बारे में भारत को दृष्टिकोण बदलने में वक्त लगेगा'
ब्रसेल्स, 13 सितम्बर (आईएएनएस)। यूरोपीय संघ में निवर्तमान भारतीय राजदूत दीपक चटर्जी ने कहा है कि यूरोपीय संघ को आर्थिक एवं व्यापारिक सहयोगी से इतर एक ताकत के रूप में स्वीकार करने में भारत को थोड़ा वक्त लगेगा।
शनिवार को ब्रसेल्स से रवाना होने से पहले 'ईयूएशिया न्यूज' के साथ एक भेंटवार्ता में चटर्जी ने कहा, "मैं नहीं समझता कि भारत यूरोपीय संघ को आर्थिक एवं व्यापारिक सहयोगी से ज्यादा महत्व देने के लिए पूरी तरह तैयार है।"
उन्होंने हालांकि कहा कि कमी केवल भारत की ओर से नहीं है। 27 सदस्य देशों वाला यूरोपीय संघ अभी तक समान विदेश नीति नहीं बना पाया है। उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ की विदेश नीति ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस जैसे देशों की तरफ झुकी हुई है।
उन्होंने जोर देकर कहा, "लेकिन भारत अब यह महसूस करने लगा है कि यूरोपीय संघ एक ताकत है, इसलिए भारत और यूरोपीय संघ के बीच रिश्तों की प्रगाढ़ता दोनों पक्षों के हित में है।"
चटर्जी 13 सितंबर 2005 को बेल्जियम, लक्जमबर्ग और यूरोपीय संघ में भारतीय राजदूत नियुक्त किए गए थे। वे भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1966 बैच के अधिकारी हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।