भारत ने कहा, एनएसजी छूट में पूर्ण सहयोग की अनुमति
नई दिल्ली, 13 सितम्बर (आईएएनएस)। परमाणु आपूर्ति समूह (एनएसजी) के सदस्य देशों के भारत के साथ पूर्ण सहयोग नहीं करने की खबरों का खंडन करते हुए विदेश विभाग के अधिकारियों ने जोर दिया है कि समझौता 'तथाकथित गुप्त गठजोड़ों' की बजाय आधिकारिक दस्तावेजों पर कार्य करेगा।
विदेश विभाग के एक सूत्र ने शनिवार को आईएएनएस को बताया कि जहां तक भारत का संबंध है उसे एनएसजी से छूट मिली है जिसमें सभी सदस्य देशों के साथ पूर्ण नागरिक परमाणु सहयोग की अनुमति है।
समाचार पत्र 'वाशिंगटन पोस्ट' में शुक्रवार को प्रकाशित एक समाचार में कहा गया है कि एनएसजी के सदस्य देशों ने भारत के साथ वैज्ञानिक तकनीक का सहयोग नहीं करने के लिए एक गुप्त समझौता किया है।
समाचार पत्र के अनुसार इस समझौते से अमेरिका के साथ परमाणु समझौते के बाद दुनिया के अन्य देशों के साथ परमाणु सहयोग की भारत की महत्वपूर्ण इच्छा कमजोर हुई है।
इस बीच हलांकि एनएसजी सदस्य और नागरिक परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण देश फ्रांस ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह 'पहली पीढ़ी' के ईपीआर नाभिकीय रिएक्टर भारत को बेचने का प्रस्ताव करेगा और उसने पुन: प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी की तकनीक में सहयोग के लिए पहले ही वार्ता शुरू कर दी है।
भारत इस प्रकार के नकारात्मक प्रचार को अमेरिका स्थित परमाणु अप्रसार गुटों की हताशा के रूप में देख रहा है।
विदेश विभाग के एक सूत्र ने कहा कि ये गुट भारत-अमेरिका परमाणु समझौते के खिलाफ अभियान चलाए हुए हैं और इस समय पूरी तरह निराश हो चुके हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।