दिल्ली विस्फोट : छह धमाकों में 18 मरे, 100 घायल (लीड-3)
नई दिल्ली, 13 सितम्बर (आईएएनएस)। राजधानी में शनिवार शाम हुए छह सिलसिलेवार धमाकों में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई है और लगभग 100 घायल हो गए हैं। ये धमाके राजधानी के भीड़भाड़ वाले बाजारों में हुए।
कनाट प्लेस में तीन, गेट्रर कैलाश-वन में दो और करोलबाग इलाके में एक धमाका हुआ। इंडियन मुजाहिदीन नामक संगठन ने इन धमाकों की जिम्मेदारी ली है।
गृह राज्यमंत्री श्रीप्रकाश जयसवाल ने खुफिया विभाग की कमी स्वीकार करते हुए आईएएनएस से कहा, "इस बार आतंकवादी हमें बेवकूफ बना कर अपनी योजना में सफल हो गए।"
ये धमाके अहमदाबाद में हुए सिलसिलेवार धमाकों के तकरीबन दो महीने बाद हुए हैं जिसमें 56 लोगों की मौत हो गई थी।
पहला धमाका करोल बाग के गफ्फार मार्केट में शाम 6.15 बजे हुआ। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार यह धमाका एक आटो रिक्शा में हुआ जिससे मोबाइल फोनों के इस बड़े बाजार में कम से कम 16 लोग मारे गए और लगभग 50 लोग घायल हो गए।
गफ्फार मार्केट में धमाकों के प्रत्यक्षदर्शी रोशन लाल ने आईएएनएस को बताया, "धमाके के चलते आटो रिक्शा हवा में उछल गया और मैंने हर तरफ लोगों के शरीर हवा में उछलते हुए पाए।"
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कनाट प्लेस के सेंट्रल पार्क में 10 सेकेंड के अंतराल पर दो धमाके हुए। दोनों बम डस्टबीन में रखे गए थे। यहां भी 20 लोगों के घायल होने के समाचार हैं।
एक प्रत्यक्षदर्शी राजेश के अनुसार, "हमने करीब 20 लोगों को विस्फोट स्थल से उठाया और उन्हें अग्निशमन की गाड़ियों, एंबुलेंस और आटो रिक्शा से राम मनोहर लोहिया अस्पताल भेजा गया।"
कनाट प्लेस में तीसरा धमाका बाराखंभा रोड पर गोपाल दास भवन के निकट हुआ। यह स्थान मेट्रो स्टेशन के प्रवेश द्वार के निकट है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यहां भी बम एक डस्टबीन में रखा गया था। पुलिस के मुताबिक यहां धमाकों से दो व्यक्तियों की मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शी प्रांजल बरुआ के अनुसार मरने वालों में एक साधु और एक महिला थी।
उधर, पुलिस ने बताया कि इंडिया गेट पर एक बम को फटने से पहले ही निष्क्रिय कर दिया गया।
पुलिस कमिश्नर वाई. एस. डडवाल समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तत्काल कनाट प्लेस में विस्फोट स्थलों पर पहुंचे। डडवाल ने बताया कि ग्रेटर कैलाश में एक बम आटो रिक्शा में रखा हुआ था।
इसके अलावा ग्रेटर कैलाश-वन के एम ब्लाक बाजार में दो धमाके हुए। पहला धमाका शाम 6.30 बजे हुआ और दूसरा इसके सात मिनट बाद हुआ। धमाका इलाके की प्रसिद्ध दुकान 'प्रिंस पान कार्नर' के पास हुआ। पुलिस के मुताबिक यहां रखा गया विस्फोटक कम क्षमता वाला था। घायलों को अस्पताल ले जाया गया है लेकिन उनकी संख्या के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
इन घटनाओं के बाद राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और सरोजिनी नगर तथा ऐसे ही अन्य बड़े बाजारों को खाली करा लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि इस समय देश भर में त्योहारों का मौसम चल रहा है। एक ओर जहां रमजान और गणेश चतुर्थी का त्योहार मनाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर दुर्गापूजा और दशहरे का त्योहार आने वाला है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।