बंगलौर विस्फोटों से जुड़े तार खोज रही है हैदराबाद पुलिस (लीड-1)
हैदराबाद, 26 जुलाई (आईएएनएस)। कर्नाटक की राजधानी बंगलौर में शुक्रवार के सिलसिलेवार बम धमाकों की जांच, हैदराबाद में पिछले साल हुए बम विस्फोटों की जारी जांच के लिए भी महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
हैदराबाद, 26 जुलाई (आईएएनएस)। कर्नाटक की राजधानी बंगलौर में शुक्रवार के सिलसिलेवार बम धमाकों की जांच, हैदराबाद में पिछले साल हुए बम विस्फोटों की जारी जांच के लिए भी महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
माना जारहा है कि नि आतंकवादी संगठनों ने हैदराबाद में धमाके किए थे, उन्हीं का हाथ बंगलौर में हुए विस्फोटों में भी है। बंगलौर में शुक्रवार को हुए श्रृंखलाबद्ध बम धमाकों में एक महिला की मौत हो गई और कई घायल हुए हैं।
हैदराबाद के विस्फोटों में 50 से ज्यादा लोग मारे गए थे लेकिन इनकी जांच में जुटे अधिकारी अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं।
जांच अधिकारियों ने कबूल किया है कि हैदराबाद धमाके से सीधे तौर पर जुड़े किसी भी आतंकवादी की गिरफ्तारी नहीं की गई है और न ही अभी तक किसी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है।
हैदराबाद की मक्का मस्जिद में पिछले साल 18 मई को हुए धमाके में नौ लोग मारे गए थे जबकि 25 अगस्त को शहर में हुए दो धमाकों में 43 लोग मारे गए थे। मक्का मस्जिद में हुए विस्फोटों की जांच का जिम्मा केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंप दिया गया था, लेकिन जांच अभी तक बेनतीजा रही है।
आंध्रप्रदेश के गृहमंत्री के. जना रेड्डी स्वयं कह चुके हैं कि तीनों विस्फोटों से जुड़े किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।
गृहमंत्री ने अभी हाल में ही विधानसभा में बताया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से संबंध होने के संदेह में 97 लोगों को हिरासत में लिया गया था। उनमें 42 को तुरंत रिहा कर दिया गया। बाकी बचे लोग जिसमें कुछ बांग्लादेशी भी शामिल हैं पासपोर्ट से संबंधित अपराधों के लिए जेल में बंद हैं।
जांच एजेंसियों ने बांग्लादेश स्थित आतंकवादी संगठन हरकतुल जेहाद ए इस्लामी (हूजी) और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ होने की बात कही है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि इस घटना को किसने अंजाम दिया और इसके पीछे किसका दिमाग था।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार आतंकवादी समूह विस्फोटकों की तस्करी, बम निर्माण, विस्फोट की योजना तैयार करने और उसे अंजाम देने के लिए अलग-अलग व्यक्तियों का प्रयोग करते हैं। इससे सुरक्षा अधिकारियों को घटना के जिम्मेदार वास्तविक अपराधियों तक पहुंचना कठिन हो गया है।
पुलिस को संदेह है कि हूजी का दक्षिण भारत का कमांडर शाहिद उर्फ बिलाल इन घटनाओं का सूत्रधार है। हैदराबाद पुलिस ने उसके भाई माजिद और अन्य व्यक्तियों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन घटना में उनके सीधे रूप से शामिल होने का कोई सबूत नहीं मिल पाया।
माजिद पर मस्जिद में हुए बम विस्फोट में इस्तेमाल हुए मोबाइल फोन के लिए अवैध रूप से सिम कार्ड खरीदने में मदद करने का आरोप है। माजिद इस महीने के शुरू में जेल से छूटा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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