एम्स की जांच समिति ने अपने डाक्टरों को दी क्लीन चिट
नयी दिल्ली. 16 अक्टूबर. वार्ता. आपरेशन के दौरान एक उपकरण का पेंच खुलकर शरीर के किसी अंग मेंं गिर जाने के कारण 75 वर्षीय एक व्यक्ति की कथित मौत हो जाने के मामले में अखिल भारतीय आयुर्विग्यान संस्थान.एम्स. की जांच समिति ने अपने डाक्टरोंं को पूरी तरह निदोष करार दे दिया है
संस्थन ने आज यहां एक वक्तव्य जारी कर बताया कि 75 वर्षीय गोकुल प्रसाद की मौत आपरेशन के दौरान लापरवाही के कारण नहीं बल्कि शरीर के कई अंगों के काम करना बंद कर देने के कारण हुई
75 वर्षीय गोकुल प्रसाद की 20 सितंबर को मौत हो गई थी जिनकी 17 अगस्त को एम्स मेंं बायपास सर्जरी हुई थी1 आपरेशन के दौरान इस्तेमाल होने वाले एक उपकरण स्टर्नम रिट्रैक्टर से एक पेंच खुलकर श्री प्रसाद की छाती में कहीं गिर गया और डाक्टरों ने टांके लगाने के बाद उन्हेंं घर भेज दिया था
जांच में पाया गया कि आपरेशन के दौरान 7 से 10 मिलीमीटर का एक छोटा सा पेंच का श्री प्रसाद की छाती के भीतर गिर जाना महज एक दुर्घटना थी डाक्टरों की लापरवाही नहीं
वक्तव्य में कहा गया है कि अस्पताल के प्रबंध बोर्ड के अध्यक्ष एस सी तिवारी की अध्यक्षता में गठित पांच सदस्यीय दल ने पाया कि रोगी की मृत्यु का कारण वह पेंच गिरना नहीं बल्कि उनके शरीर के कई अंगों का एक साथ काम करना बंद करना था
75 वर्षीय श्री प्रसाद का पहला आपरेशन 17 अगस्त को हुआ था जब उस दौरान उनकी छाती में पेंच गिर गया था और यह पेंच निकालने के लिए एम्स के डाक्टरों द्वारा 20 अगस्त को उनका दोबारा आपरेशन किया गया था जिसके बाद उनकी मृत्यु हो गई थी
आरती. मधूलिका. सत्या नंद1843 वार्ता