इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने वित्त वर्ष 2017-18 में 10,000 करोड़ से ज्यादा की अघोषित आय पकड़ी
नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2017-2018 में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को 10,767 करोड़ रुपए की अघोषित आय का पता चला। पिछले वित्त 2016-2017 से तुलना की जाए तो इसमें 20 फीसदी की वृद्धि हुई है। पिछले साल इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को 9051 करोड़ की अघोषित आय के बारे में पता चला था।
अघोषित आय के ये मामले मुख्यत: नॉन Pan डेटा, फॉरेन अकाउंट टैक्स कम्प्लाइंस एक्ट (FATCA), ऑटोमोटिव एक्सचेंज ऑफ इंफो (AEOI) और कॉमन रिपोर्टिंग स्टैंडर्ड (CRS) डेटा से पकड़े गए हैं।
आईटी डिपार्टमेंट के एक अधिकारी के मुताबिक, FATCA के मामलों में तीन गुना बढ़ोतरी हुई है। वित्त वर्ष 2017-2018 में इस प्रकार के करीब 3500 केसों की पहचान की गई, जबकि पिछले वित्त वर्ष में 2016-2017 में सिर्फ 827 ऐसे मामले में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के सामने आए थे।
अघोषित आय के कई मामले ऐसे होते हैं, जिनमें कार्रवाई की संभावना बेहद कम होती है, लेकिन एक्शन लेने लायक मामलों में भी बढ़ोतरी हुई है। आईटी डिपार्टमेंट ने वित्त वर्ष 2017-2018 में करीब 1000 रिपोर्ट कार्रवाई के लिए भेजी हैं, जो कि पिछले वित्त वर्ष 2016-2017 के मुकाबले डेढ़ गुना है।
नवंबर
2016
में
हुई
नोटबंदी
के
बाद
से
AEOI/CRS
के
मामले
भी
वित्त
वर्ष
2017-2018
में
करीब
तीन
गुना
बढ़े
हैं।
वित्त
वर्ष
2016-2017
में
AEOI/CRS
के
करीब
650
मामले
पकड़े
गए
थे,
जबकि
वित्त
वर्ष
2017-2018
में
ऐसे
2300
मामले
पकड़े
गए।
इसी
प्रकार
से
AEOI/CRS
के
तहत
पकड़े
गए
अघोषित
आय
मामले
भी
बढ़े
हैं।
वित्त
वर्ष
2016-2017
में
यह
आंकड़ा
सिर्फ
2
लाख
था,
जबकि
वित्त
वर्ष
2017-2018
यह
रकम
25
करोड़
रुपए
के
ऊपर
चली
गई।