Solar Eclipse 2020: सूर्य ग्रहण खत्म, अब जरूर कीजिए ये काम
नई दिल्ली। साल 2020 का पहला सूर्य ग्रहण समाप्त हो चुका है, भारत के कई शहरों में सूर्य ग्रहण का खूबसूरत नजारा देखा गया, यह ग्रहण 2 बजकर 49 मिनट पर खत्म हुआ, जबकि संपूर्ण रूप से ग्रहण काल 3 बजकर 6 मिनट पर खत्म हुआ। वैसे तो सूर्यग्रहण एक भौगोलिक घटना है लेकिन हिंदू धर्म में इसे लेकर काफी मान्यताएं हैं, भारतीय वैदिक धर्म में ग्रहण काल का वक्त अच्छा नहीं माना जाता है इसलिए इस दौरान कोई भी शुभ काम नहीं होता है,जो इन्हें मानता हैं उन्हें ग्रहण खत्म होने के बाद कुछ काम जरूर करने चाहिए।
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ये काम जरूर करें
- आप स्नानादि कर नए वस्त्र पहनें और अपने ईष्टदेव की पूजा करें।
- अपने पितरों को याद करें दान करें।
- गाय को अपने घर की बनी पहली रोटी अर्पण करें।
- अगर आसपास कोई धार्मिक स्थल है तो वहां जाएं।
- अगर आस-पास घाट हो तो वहां जाकर शिव जी की पूजा करनी चाहिए।
ग्रहण के बाद जरूर करें ये काम
- देवताओं की मूर्तियों को गंगाजल छिड़ककर शुद्ध करना चाहिए।
- घर में अगर तुलसी हो तो पहले वहां दीपक जलाएं।
- घर में पोंछा लगाकर धूप-बत्ती करनी चाहिए, जिसके सारी निगेटिव ऊर्जा बाहर निकल जाए।
- ग्रहण के वक्त पहने कपड़ों को किसी गरीब को दान दे देना चाहिए।
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25 साल बाद दिखा अनोखा नजारा
आपको बता दें कि 25 साल बाद ये पहला मौका था जब वलायाकार यानी अंगूठी की तरह दिखने वाला ग्रहण लगा था, इससे पहले वर्ष 1995 में इस तरह का ग्रहण देखा गया था।
कहां-कहां दिखा ग्रहण
इंडिया के अलावा इस ग्रहण का नजारा नेपाल, पाकिस्तान, सऊदी अरब, यूऐई, एथोपिया तथा कोंगों में दिखाई पड़ा, तो वहीं भारत में देहरादून, सिरसा , टिहरी, मुंबई में लोग वलयाकार सूर्य ग्रहण का खूबसूरत नजारा देख पाए।
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क्या होता है सूर्य ग्रहण
भौतिक विज्ञान की दृष्टि से जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है तो चंद्रमा के पीछे सूर्य का बिम्ब कुछ समय के लिए ढक जाता है, इसी घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है। पृथ्वी सूरज की परिक्रमा करती है और चांद पृथ्वी की। कभी-कभी चांद, सूरज और धरती के बीच आ जाता है। फिर वह सूरज की कुछ या सारी रोशनी रोक लेता है जिससे धरती पर अंधेरा फैल जाता है। इस घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है।
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