Jharkhand: स्कूलों की होगी ग्रेडिंग, अव्वल को मिलेगा पुरस्कार : हेमंत सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार बनते ही कोरोना महामारी का संकट सामने आ गया।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को एक साथ 3469 माध्यमिक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपा। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि पहली बार इतनी बड़ी संख्या में शिक्षकों की बहाली हो रही है। मातृभाषा का ज्ञान बहुत जरूरी है। यही वजह है कि स्थानीय भाषा मुंडारी, हो आदि के साथ संस्कृत, उर्दू आदि के शिक्षकों की भी नियुक्ति की गई है। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि आप जिस स्कूल में जाएंगे उस स्कूल और वहां के बच्चों की जिम्मेदारी आप पर होगी। आने वाले समय में सरकार स्कूलों की ग्रेडिंग भी करेगी। जो इस ग्रेडिंग में प्रथम, द्वितीय और तृतीय आएंगे उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। इससे स्कूलों में कार्यरत लोगों का मनोबल बढ़ेगा और आसपास के स्कूलों को प्रेरणा मिलेगी। उम्दा प्रदर्शन करने वाले स्कूल-शिक्षकों को अलग से पुरस्कार दिया जाएगा।
खेलगांव के टाना भगत इनडोर स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूलों में मौजूदा दौर की चुनौतियों के लिए नौनिहालों को तैयार करना शिक्षकों की जिम्मेदारी है। आधुनिक उपकरणों, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और बड़े-बड़े डेटा से पढ़ाई के इस युग की चुनौतियों के लिए छात्रों को तैयार करना होगा। झारखंड मजदूरों के लिए नहीं बल्कि होनहार युवाओं के लिए जाना जाए। इसी उद्देश्य से उत्कृष्ट विद्यालयों की स्थापना की गई है। नहीं तो पहले दो कमरों के 60 से 100 छात्रों के बीच एक शिक्षक की व्यवस्था बच्चों को ठगने जैसा था।
महीने में एक बार पैरेंट्स-टीचर मीटिंग
उन्होंने शिक्षकों से कहा कि वे गांव-गांव जाएं और अभिभावकों से संवाद स्थापित करें। इससे उन्हें अभिभावकों की परेशानी समझ में आएगी और अभिभावक भी अपने बच्चे की क्षमता और सुधार की आवश्यकता जान सकेंगे। सीएम सोरेन ने विद्यालय प्रबंध समिति और शिक्षकों को महीने में एक बार पैरेंट्स - टीचर मीटिंग करने का निर्देश भी दिया।
हजारों शिक्षकों की नियुक्ति जल्द, खुलेंगे पांच हजार उत्कृष्ट स्कूल
सीएम ने कहा कि अभी नियुक्तियां लगातार होंगी। वैकेंसी के लिए प्रक्रिया आखिरी चरण में है और बहुत जल्द हजारों की संख्या में और भी शिक्षकों की बहाली होगी। सरकार ने हाल में 80 उत्कृष्ट विद्यालयों की शुरुआत की है। ऐसे पांच हजार और स्कूल खोले जाएंगे। इन स्कूलों को उत्कृष्ट बनाए रखना शिक्षकों का दायित्व है।
झारखंड के नौनिहालों के लिए ऐतिहासिक दिन
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज झारखंड के नौनिहालों के लिए ऐतिहासिक दिन है। राज्य की स्कूली व्यवस्था को उत्कृष्ट बनाने की ओर पहला कदम बढ़ाया गया है। उत्कृष्ट विद्यालयों की यह श्रृंखला पंचायतों तक जाएगी। इन उत्कृष्ट विद्यालयों की स्थापना में तत्कालीन शिक्षा मंत्री दिवंगत जगरनाथ महतो का निरंतर प्रयास रहा। राज्य की शिक्षा व्यवस्था सुदृढ़ हो, कोई गरीब संसाधनों के अभाव में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से दूर न रहे, यही हमारी प्राथमिकता है।
कोरोना के बाद राज्य में सीबीआई-ईडी महामारी आ गई
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार बनते ही कोरोना महामारी का संकट सामने खड़ा हो गया। इससे बखूबी निपटा गया और जब राज्य में विकास शुरू किया गया तब सीबीआई ईडी की महामारी राज्य में आकर विचरण करने लगी। हमने भी कहा खोजबीन करो। ऐसे झंझावातों और तमाम बाधाओं के बावजूद विकास की दिशा में बढ़ते कदम रुके नहीं। इसी कड़ी में शिक्षा के क्षेत्र में सबसे बड़ी नियुक्ति देखने को मिल रही है। यह ऐतिहासिक क्षण शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।
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