नवरात्रि में कन्याओं को क्या भेंट करें
प्रथम दिन- इस दिन कन्याओं को फूल भेंट करना तथा साथ में कोई श्रंगार सामग्री उपहार में देना अति शुभ होता है।
द्वतीय दिन- फल देकर इनका पूजन करें। सुन्दर व बुद्धिमान सन्तान की प्राप्ति होती है। सन्तान के उत्तम भविष्य के कन्याओं को फल भेंट करना अच्छा रहता है।
तृतीय दिन- इस दिन कन्याओं को मिठाई, खीर व हलवा खिलाने से मां चन्द्रघंटा प्रसन्न होकर मनचाहे कार्यो में सफलता दिलाती है।
चतुर्थ दिन- कन्याओं को रूमाल, फ्राक आदि वस्त्रो का दान करने से मां कूष्मांडा का आशीर्वाद आप पर बना रहेगा।
पंचम दिन- इस दिन आप स्कंद माता से सन्तान व सौभाग्य की प्रार्थना कर सकते है। अतः आप कन्याओं को कम से कम 5 प्रकार की श्रंगार सामग्री बिन्दिया, काजल, चूड़ी, नेलपालिस और क्रीम आदि को उपहार में दें।
षष्ठम दिन- माता कत्यानी को खुश करने के लिए आप कन्याओं को खेल सामग्री उपहार स्वरूप में भेंट कर सकते है।
सप्तम दिन- मां कालरात्रि एंव मां सरस्वती की कृपा आप पर बनी रहें, इसके लिए आप कन्याओं को शिक्षण साम्रगी जैसे- पेन, कॉपी, कलर बॉक्स, पेन्सिल आदि चीजों को भेंट करना शुभ रहता है।
अष्टम दिन- नवरात्र का सबसे उत्तम दिन माना जाता है। यदि आप इस दिन छोटी कन्याओं का श्रंगार अपने हाथों से करें तो मां गौरी की सदैव आप पर कृपा बरसाती रहेगी।
नवम दिन- अन्तिम एंव विदायी का समय है। इस दिन कम से कम नौ कन्याओं को विधिवत अपने हाथों से बनायें हुयें मिष्ठान भोजन को खिलायें तथा कन्याओं के हाथों में मेंहदी लगाने से देवी पूजन सम्पूर्ण माना जाता है। भोजन के उपरान्त मीठा पान अवश्य सेंवन करायें। जिसके फलस्वरूप मां सिद्धिदात्री प्रसन्न होकर आपके द्वारा की गयी प्रार्थना को स्वीकार करती है।