Hariyali or Sawan Amavasya 2021: कब है हरियाली अमावस्या, जानें पूजाविधि और मुहूर्त
नई दिल्ली, 30 जुलाई। सावन का महीने शुरू होते ही व्रत और त्योहारों की सिलसिला प्रारंभ हो जाता है। सावन में चारों ओर बरखा की बयार रहती है। धरती भी हरी-भरी और बारिश में नहाई रहती है। इस माह के अमावस्या तिथि को श्रावणी अमावस्या या हरियाली अमावस्या कहा जाता है, जिसका अपना एक खास महत्व है। इस बार ये अमावस्या 7-8 अगस्त को पड़ रही है।अमावस्या का दिन पितरों को याद करने का दिन माना जाता है और इसी वजह से इन दिन लोग पूजा पाठ और दान-पुण्य करते हैं।
श्रावणी अमावस्या या हरियाली अमावस्या क 2021 तिथि एवं मुहूर्त
- अमावस्या तिथि प्रारंभ: - 07 अगस्त 2021, शनिवार शाम 07:13
- अमावस्या तिथि समापन: - 08 अगस्त 2021, रविवार शाम 07:21
क्या करें इस दिन
- सबसे पहले सुबह नहा धोकर सूर्यदेव को अर्घ्य दें और पितरों की शांति के लिए दुआ मांगे।
- फिर अपने ईष्ट देव को याद करते हुए श्रद्धापूर्वक पूजा करें।
- सूर्यदेव की पूजा करने से कभी भी आर्थिक कष्ट होता है।
- इस दिन तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाने से इंसान के सारे कष्टों को अंत होता है।
- कुछ लोग इस दिन गंगा में स्नान भी करते हैं।
- ब्राह्मणों और गरीबों को भोजन खिलाएं और तिल दान करें।
- कहते हैं कि अमावस्या के दिन गाय को दही और चावल खिलाने से घर के कलह दूर होते हैं।
- जबकि गाय को रोटी खिलाने पर लोगों को मानसिक कष्टों से छुटकारा मिलता है।
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हरियाली अमावस्या पर लगाएं पेड़
अब चूंकि ये अमावस्या सावन में आ रही है इसलिए इसे हरियाली अमावस्या के भी नाम से जाना जाता है। इसलिए इस दिन लोग पीपल, बरगद, केला, तुलसी, नींबू आदि पौधे लगाते हैं कुल मिलाकर इस दिन लोग पेड़ लगाकर प्रकृति की सुरक्षा में एक कदम बढ़ाते हैं।