क्विक अलर्ट के लिए
For Daily Alerts
Diwali 2019: जानिए 'दिवाली' का क्या है अर्थ?
नई दिल्ली। 'दिवाली' का त्योहार खुशियों का त्योहार है, इस दिन भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। क्या आप जानते है कि 'दिवाली' का अर्थ क्या होता है, दरअसल दिवाली' संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है और वो दो शब्द हैं 'दीप' अर्थात 'दीपक' और 'आवली' अर्थात 'लाइन' या 'श्रृंखला' जिसका मतलब हुआ 'दीपकों की श्रृंखला'।

स्कन्द पुराण में है जिक्र
दीपक को स्कन्द पुराण में सूर्य के हिस्सों का प्रतिनिधित्व करने वाला माना गया है।देश के कुछ हिस्सों में हिन्दू दीवाली को यम और नचिकेता की कथा के साथ भी जोड़ते हैं।
यह पढ़ें: Eco Friendly Diwali: मिट्टी के दीये का इस्तेमाल करके मनाइए 'सुरक्षित दिवाली'

दीपप्रतिपादुत्सव:
- 7 वीं शताब्दी के संस्कृत नाटक नागनंद में राजा हर्ष ने इसे दीपप्रतिपादुत्सव: कहा है जिसमें दीये जलाये जाते थे और नव दुल्हन और दूल्हे को तोहफे दिए जाते थे।
- फारसी यात्री और इतिहासकार अल बरूनी, ने 11 वीं सदी के संस्मरण में, दीवाली को कार्तिक महीने में नये चंद्रमा के दिन पर हिंदुओं द्वारा मनाया जाने वाला त्योहार कहा है।

'मोक्ष दिवस'
- जैन धर्म के लोग इसे महावीर के 'मोक्ष दिवस' के रूप में मनाते हैं तथा सिख समुदाय इसे बंदी छोड़ दिवस के रूप में मनाता है।
- कई लोग दीपावली को 14 साल के वनवास पश्चात भगवान राम, मां सीता और उनके भाई लक्ष्मण की वापसी के सम्मान के रूप में मानते हैं।
- दीपावली को नेपाल में भी मनाया जाता है। नेपालियों के लिए यह त्योहार इसलिए महान है क्योंकि इस दिन से नेपाल संवत में नया वर्ष शुरू होता है।
यह पढ़ें: Diwali 2019: पटाखों से नुकसान इसलिए मनाइए इकोफ्रेंडली दिवाली
जीवनसंगी की तलाश है? भारत मैट्रिमोनी पर रजिस्टर करें - निःशुल्क रजिस्ट्रेशन!