यूपी सरकार ने 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' पर बढ़ाया अपना फोकस, निवेश मित्र पोर्टल से जुड़े 10 नए विभाग
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राज्य के विकास के लिए 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' पर अपना फोकस बढ़ा दिया है। पिछले वर्षों की तुलना में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में 12 स्थानों की लंबी छलांग लगाने के बाद सरकार ने इस प्रणाली को अधिक प्रभावी बनाने और निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए सिंगल विंडो पोर्टल निवेश मित्र पर विभागों की संख्या बढ़ाकर 24 कर दी है, जो 166 सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध करा रही हैं। अभी तक 14 विभाग पोर्टल से जुड़े हुए थे। साथ ही मुख्य सचिव की ओर से निर्देश जारी किए गए है कि पोर्टल पर आए फीडबैक की हर महीने अपर मुख्य सचिव व सचिव स्तर पर समीक्षा की जाए।
प्रदेश को उद्यमियों की पहली पसंद बनाने के लिए प्रदेश की योगी सरकार हर कदम पर कामयाब नजर आ रही है। सरकार की ओर से उद्यमियों को दी जा रही सहूलियतों की बदौलत सैमसंग समेत कई बड़ी कंपनियां प्रदेश में अपने कदम जमा चुकी है। उद्यमियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए इनवेस्ट यूपी द्वारा निवेश मित्र पोर्टल को और प्रभावी बनाने का काम शुरू हो गया है। पोर्टल से कृषि, रेशम समेत अन्य विभाग भी जुड़ गए हैं। पोर्टल पर विभागों के लिए एक डैशबोर्ड विकसित किया गया है। इस पर उद्यमी अपने सुझाव व शिकायत दर्ज करा सकते हैं। असल में भारत सरकार की ओर से हर साल ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के आधार पर प्रदेशों की रैंकिंग की जाती है। आवेदनकर्ताओं के फीडबैक के आधार पर इसका मूल्यांकन किया जाता है।
असंतुष्ट
होने
पर
होगा
मूल्यांकन
निवेश
मित्र
पोर्टल
पर
कोई
उद्यमी
किसी
प्रकार
से
असंतुष्ट
है
तो
उच्च
स्तर
पर
उसके
असंतुष्ट
होने
के
कारणों
का
मूल्यांकन
किया
जाएगा।
समस्या
का
समाधान
होने
के
बाद
इसकी
जानकारी
संबंधित
आवेदनकर्ता
को
दी
जाएगी।
फीडबैक
के
आधार
पर
विभागीय
प्रक्रिया
में
आवश्यक
बदलाव
किया
जाएगा।
साथ
ही
किसी
विभागीय
अधिकारी
व
कर्मचारी
की
वजह
से
आवेदनकर्ता
का
मामला
अटका
है
तो
उस
पर
कार्रवाई
किए
जाने
के
निर्देश
भी
दिए
गए
हैं।
मुख्य
सचिव
राजेन्द्र
कुमार
तिवारी
की
ओर
से
अपर
मुख्य
सचिव
व
सचिव
को
निर्देश
जारी
किए
गए
हैं
कि
निवेश
मित्र
पोर्टल
के
डैश
बोर्ड
पर
आवेदनकर्ता
के
आए
सुझाव
को
डैशबोर्ड
के
माध्यम
से
स्वयं
समीक्षा
करें।
अपर
मुख्य
सचिव
व
सचिवों
के
उपयोग
के
लिए
पासवर्ड
व
लॉगिन
आईडी
ईमेल
पर
उपलब्ध
करा
दी
गई
है।
पोर्टल
की
प्रशांस
बता
दें
कि
फरवरी
2018
से
साल
2020
तक
निवेश
मित्र
पर
कुल
2,05,310
आवेदन
किए
गए
हैं,
जिसमें
से
79
प्रतिशत
की
अनुमोदन
दर
से
1,63,130
स्वीकृतियां,
आपत्तियां
आदि
प्रदान
की
गई
हैं।
हाल
ही
में
पेप्सिको
इंडिया,
जुबिलेंट
लाइफ
साइंस,
सैसंग,
पार्ले
एग्रो,
एलजी
इलेक्ट्रॉनिक्स
जैसी
अनेक
बड़ी
कम्पनियों
द्वारा
निवेश
मित्र
पोर्टल
की
प्रशंसा
की
गई
है।