तृणमूल के बाहुबली नेता अनुव्रत मंडल को चुनाव आयोग ने फिर किया नजरबंद
कोलकाता, अप्रैल 27: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के आठवें और अंतिम चरण के 29 अप्रैल को मतदान के पहले चुनाव आयोग ने बीरभूम जिले के बहुचर्चित टीएमसी नेता अणुब्रत मंडल को नजरबंद करने का निर्देश दिया है। इससे पहले टीएमसी चीफ और सीएम ममता बनर्जी ने कहा था कि अगर चुनाव आयोग टीएमसी नेता अणुब्रत मंडल को नजरबंद करने का आदेश जारी करता है तो वे इस फैसले के खिलाफ कोर्ट जाएंगी।
मंगलवार को चुनाव आयोग ने बंगाल चुनाव आयोग को निर्देश जारी करते हुए लिखा कि, वीरभूमि डीईओ और एसपी की ओर मिली रिपोर्ट्स के आधार पर निर्देश जारी किए जाते हैं कि, 27 अप्रैल की शाम 5 बजे से 30 अप्रैल की सुबह 7 बजे तक, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए बीरभूम के टीएमसी अध्यक्ष अणुब्रत मंडल को 'कार्यकारी मजिस्ट्रेट और सीएपीएफ की कड़ी निगरानी में रखें।
अणुब्रत मंडल बीरभूम जिले में वे तृणमूल के जिलाध्यक्ष हैं। मंडल को बाहुबली नेता भी कहा जाता है। इस इलाके में अनुब्रत को किंगमेकर कहा जाता हैं। लगभग एक सप्ताह पहले ही उनके एक विवादित बयान पर विपक्षी पार्टियों ने हंगामा किया था। उन्होंने कहा था कि 2011 में भी हत्या हुई थी, 2014 में हत्या हुई थी, 2019 में एक हत्या हुई थी और अब 2021 में फिर से एक हत्या होगी।
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यह दूसरा मौका है जब मंडल को केंद्रीय चुनाव आयोग ने नजरबंद किया है। इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान भी उन्हें नजरबंद किया गया था। परंतु, उन्होंने उस समय मजिस्ट्रेट और सुरक्षा कर्मियों की आंखों में धूल झोंककर मतदान के दिन घर से निकल गए थे। बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव का आठवां और आखिरी चरण 29 अप्रैल को होगा। इस दिन चार जिलों की 35 सीटों पर मतदान होगा। स चरण में मालदा (6), मुर्शिदाबाद (11), कोलकाता (7) और बीरभूम (11) सीटों पर मतदान होना है। पिछले एक महीने से अधिक समय से चल रहे चुनावों के परिणाम 2 मई को घोषित किए जाएंगे।