पश्चिम बंगाल: राज्यपाल ने महुआ मोइत्रा के आरोपों को बताया गलत, कहा-यह ध्यान भटकाने की रणनीति है
कोलकाता, जून 7: पश्चिम बंगाल सरकार और बंगाल के राज्यपाल के बीच का झगड़ा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। एक तरफ राज्यपाल जगदीप धनखड़ तृणमूल कांग्रेस पर कानून व्यवस्था को लेकर लगातार हमला बोल रहे हैं। तो दूसरी ओर अब राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने राज्यपाल पर अपने कार्यालय में परिवारवाद और अपने करीबियों को घुसाने का आरोप लगाया है। उनके इस आरोप पर राज्यपाल की ओर से जवाब आया है। राज्यपाल ने कहा है कि ओएसडी के पदों पर कोई भी मेरा करीबी रिश्तेदार नहीं है।
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महुआ मोइत्रा के आरोपों का जवाब देते हुए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ट्वीट कर लिखा कि, महुआ मोइत्रा ने ट्वीट के माध्यम से मीडिया में कहा कि राजभवन में व्यक्तिगत स्टॉफ में कार्य करने वाले लोगों में रिश्तेदारों को नियुक्त किया गया है, जो पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा, ओसडी तीन राज्यों से हैं और सभी चार अलग अलग जातियों से संबंध रखते हैं। इनमें से कोई भी परिवार या फिर करीबी रिश्तेदार का हिस्सा नहीं है। चार न तो मेरी जाति के हैं और न ही मेरे राज्य से हैं।
जगदीप धनखड़ ने अगले ट्वीट में कहा कि, यह ममता बनर्जी की खतरनाक कानून-व्यवस्था की स्थिति से ध्यान हटाने के लिए "भटकाने की रणनीति" की कोशिश है। राज्य के लोगों की सेवा करने और संविधान के अनुच्छेद 159 के तहत अपने पद की शपथ को बरकरार रखने के लिए निरंतर और उत्साह के साथ जारी रखूंगा। बता दें कि टीएमसी सांसद महुआ मित्रा ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ को 'अंकल जी' कहते हुए दावा किया कि उनके परिवार के सदस्यों और अन्य परिचितों को राजभवन में विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) नियुक्त किया गया है।
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महुआ ने ट्विटर पर कुछ नामों का भी जिक्र किया है। उन्होंने लिखा- अभ्युदय सिंह शेखावत, अखिल चौधरी, रुचि दुबे, प्रशांत दीक्षित, कौस्तव एस वालीकर और किशन धनखड़ को राजभवन में ओएसडी एपॉइंट किया गया है। शेखावत धनखड़ के साले के बेटे हैं। रुचि दुबे और प्रशांत दीक्षित उनके पूर्व ADC मेजर गौरांग दीक्षित की पत्नी और भाई हैं। वालीकर धनखड़ के मौजूदा ADC जनार्दन राव के साले हैं और किशन धनखड़ खुद जगदीप धनखड़ के करीबी रिश्तेदार हैं।