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उत्तराखंड की 12 महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार, सामाजिक कार्य से लेकर खेल के मैदान में साबित हुई स्त्री शक्ति

उत्तराखंड की वीरांगना तीलू रौतेली की जयंती पर हुई सम्मानित

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देहरादून, 8 जुलाई। उत्तराखंड की वीरांगना तीलू रौतेली की जयंती पर आज उत्तराखंड की 12 महिलाओं और किशोरियों को तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया गया, साथ ही 35 महिलाओं को राज्य स्तरीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सम्मान दिया गया।

uttarakhand Tilu Rauteli Award to 12 women women empowerment proved from social work to sports field

राज्यपाल गुरमीत सिंह ने सम्मानित किया

सोमवार को राज्यपाल गुरमीत सिंह ने देहरादून में राज्य स्तरीय तीलू रौतेली एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ती पुरस्कार में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। इस कार्यक्रम में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या भी उपस्थित रहीं। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली प्रदेश की 12 महिलाओं और किशोरियों को तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा आंगनवाड़ी के क्षेत्र में 35 महिलाओं को राज्य स्तरीय आंगनवाड़ी कार्यकर्ती सम्मान प्रदान किया गया। राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि देवभूमि की नारी शक्ति में वह क्षमता है कि वह अपने दृढ़ निश्चय से हरसंभव चुनौती से निपटने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में महिलाओं को ईश्वर का अलग ही वरदान मिला है। वे अपने जज्बे और क्षमता से बदलाव की क्रांति लाने में सक्षम हैं। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री श्रीमती रेखा आर्या ने अपने विचार रखते हुए कहा कि नारी शक्ति के अमूल्य योगदान से राज्य विकास के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में आगंनवाड़ी कार्यकत्रियों को अहम योगदान है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे स्थानीय विधायक खजान दास ने भी अपने विचार इस कार्यक्रम के दौरान रखे।

राज्य स्त्री शक्ति तीलू रौतेली पुरस्कार--

अल्मोड़ा जिले से डॉ शशि जोशी साहित्यिक क्षेत्र में कार्य के लिए अल्मोड़ा के सल्ट की हिन्दी प्राध्यापक और लेखक डॉ शशि जोशी को साहित्य के क्षेत्र में सम्मानित किया गया है। जिनकी 200 से ज्यादा प्रकाशित रचनाएं हैं।

बागेश्ववर जिले से दीपा आर्य खेल के क्षेत्र में कार्य के लिए बागेश्वर की दीपा आर्य को खेल के क्षेत्र में सम्मान मिला है। जिन्हें अब तक तीसरी जूनियर ताइक्वांडो 2012 में गोल्ड मेडल, 31वीं चेंपियनशिप 2013 में सिल्वर और 2016 में सिल्वर मेडल मिल चुका है।

चमोली जिले से मीना तिवारी को सामाजिक क्षेत्र में पुरस्कार दिया गया है। जो कि जैविक खेती में काम करने के साथ ही कोरोना काल में खुद से कपड़े का मास्क बनाने के लिए लोगों को प्रेरित करती आ रही हैं।

देहरादून जिले की नलिनी गोंसाई को खोजी पत्रकारिता के लिए सम्मानित किया गया। जो कि स्वतंत्र पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। नलिनी ने 2012-13 में नारी निकेतन की संवासिनियों के यौन उत्पीड़न के खुलासे में अहम भूमिका निभाई। जिसके लिए नलिनी को राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुका है।

हरिद्वार जिले से प्रियंका प्रजापति खेल के क्षेत्र में हरिद्वार से प्रियंका प्रजापति, ताइक्वांडो खेल में शानदार प्रदर्शन के लिए पुरस्कार दिया गया जो कि बालिकाओं को भी प्रशिक्षण दे रही हैं।

नैनीताल जिले से विद्या मर्तोलिया शिक्षा एवं स्वच्छता के क्षेत्र में हल्द्वानी निवासी विद्या महतोलिया 26 साल से निरंतर समाज के हर क्षेत्र में कार्य कर रही है। जीवन में संघर्ष और चुनौतियों का सामना करने के साथ समाज के हर क्षेत्र में वे काम कर चुकी हैं।

पौड़ी से सावित्री देवी अदम्य साहसिक कार्य के लिए पौड़ी की सावित्री देवी को साहसिक कार्य के लिए ये सम्मान दिया गया। सावित्री देवी ने अदम्य साहस के चलते गुलदार को भी उन्होंने अपने हौसले से पस्त कर दिया, करीब 8 से 10 मिनट तक वह गुलदार से लड़ती रही, जिस वजह से गुलदार को भी पीछे होना पड़ां।

रुद्रप्रयाग जिले से गीता रावत आजीविका संवर्द्धन के क्षेत्र में कार्य के लिए रूद्रप्रयाग की गीता रावत को आजीविका संवर्धन के लिए सम्मानित किया गया है। जो कि 5 सालों से 50 महिलाओं का समूह बनाकर काम कर रही हैं।

ऊधमसिंहनगर जिले से प्रेमा विश्वास खेल के क्षेत्र में कार्य के लिए उधमसिंह नगर की प्रेमा विश्वास को भी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। जो दिव्यांग होने के बावजूद भी प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं। परा बैडमिंटन नेशनल प्रतियोगिता में अभी तक प्रेमा विश्वास ने कुल 7 मेडल अपने नाम किए हैं। उनका चयन परा बैडमिंटन में नेशनल चैंपियनशिप के लिए हुआ है। जो जापान में होने जा रही है।

उत्तरकाशी जिले से लता नौटियाल सामाजिक क्षेत्र में कार्य के लिए

पिथौरागढ़ जिले से दुर्गा खड़ायत, महिला स्वयं सहायता के क्षेत्र में कार्य के लिए

चंपावत जिले से मंजू बाला को स्वास्थ्य, शिक्षा, युवा क्षेत्र में जागरूकता के लिए सम्मानित किया गया है।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पुरस्कार

अल्मोड़ा से सुनीता कोहली, कुसुम बिष्ट, जानकी व कमला नेगी, बागेश्वर जिले से हेमा सती, चमोली जिले से भागा देवी, शोभा व अभिलाषा देवी, चंपावत जिले से अनिता रावत,देहरादून जिले से अर्चना राणा, सरोज सुयाल व किर्तना शर्मा, हरिद्वार से सीमा रानी, कमलेश धीमान, रचना व उमेश कुमारी, नैनीताल से ज्योति रावत अंजू सागर व गीता नयाल, पौड़ी से अनिता देवी, आशा देवी,मीना देवी, हेमलता बिष्ट व गिन्नी डंगवाल, पिथौरागढ़ से दीपा पांडेय व ज्योति टम्टा, रुद्रप्रयाग से रंजना अवस्थी, टिहरी से मंगला थपलियाल, उमा भट्ट व सविता सेमवाल, ऊधमसिंह नगर से स्नेहलता मलिक, रचना रानी व मीरा देवी,उत्तरकाशी से सुमित्रा और लक्ष्मी नौटियाल।

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English summary
Tilu Rauteli Award to 12 women of Uttarakhand, women power proved from social work to sports field
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