एयर स्ट्राइक के बाद उत्तराखंड में अलर्ट, सीमाओं और रक्षा संस्थानों की बढ़ाई सुरक्षा
Dehradun news, देहरादून। पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक कर आतंकी ठिकानों को तबाह करने के बाद कुछ घंटों के बाद पाकिस्तान में बैठकों का दौर जारी है। इसको लेकर भारतीय सीमाओं और राष्ट्रीय संस्थानों की निगरानी बढ़ा दी गई है। इसके तहत उत्तराखंड में अलर्ट कर दिए गए हैं। आईएमए से लेकर जौलीग्रांट और अन्य संस्थानों की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
आइजी अजय रौतेला ने बताया कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट के बाहर सुरक्षा बढ़ाने के साथ यात्रियों की कड़ी जांच के बाद ही भीतर जाने दिया जा रहा है। इंडियन मिलिट्री अकादमी के आसपास रिहायशी इलाकों में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही इंस्ट्रूमेंट्स रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट (आइआरडीई) और डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक एप्लीकेशन लेबोरेट्री (डील), ऑर्डनेंस फैक्ट्री समेत सभी रक्षा और केंद्रीय संस्थानों की निगरानी बढ़ा दी गई है। पुलवामा आतंकी हमले के बाद सेना की ओर से की गई एयर स्ट्राइक को बड़ी कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि इस बार सरकार और सेना आर या पार के मूड में है। इससे लोगों में जोश का संचार तो हुआ ही है, पुलिस और खुफिया एजेंसियां भी अलर्ट हो गई हैं।
देशभर में हाई अलर्ट, देहरादून एयरपोर्ट से हवाई सेवाएं रद्द
पाकिस्तान के साथ सीमा पर बढ़ते तनाव बीच भारतीय वायु सेना ने अलर्ट जारी कर दिया है। बताया जा रहा है कि देहरादून और धर्मशाला के एयरपोर्ट को अलर्ट पर रखा है। इन हवाई अड्डों से सेवाएं रद्द करने की बात सामने आ रही है। हालांकि अब तक इस पर आधिकारिक जानकारी नहीं आई है।
देशभर में अलर्ट को देखते हुए देहरादून एयरपोर्ट को खाली कराया जा रहा है। हवाई सेवाएं बद कर दी गई हैं। हिमाचल के धर्मशाला के एयरपोर्ट को भी अलर्ट पर रखा गया है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर, लेह, अमृतसर और पठानकोट समेत कई जगहों पर यात्री सेवाएं रद्द कर दी गई हैं।
देहरादून में आतंकी पहले भी पकड़े जा चुके हैं। चाहे देहरादून के कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों के आतंकी बनने की बात हो या फिर रुड़की में पकड़े गए आतंकियों की बात हो। एनआईए ने ही रुड़की से चार आतंकियों को गिरफ्तार किया था। इससे पहले 2016 में हरिद्वार में बम बनाते हुए कुछ आतंकियों को भी पकड़ा जा चुका है। हाल ही में कॉलेजों में कश्मीरी छात्रों के भारत विरोधी नारे लगाने के बाद सतर्ककता कुछ अधिक करती जा रही है।