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पंजाब के टिकट फॉर्मूले को उत्तराखंड में नहीं लागू करेगी कांग्रेस, जानिए क्यों बढ़ सकती है रार

उत्‍तराखंड में एक टिकट एक परिवार नहीं होगा लागू, जल्‍द जारी हो सकती है पहली सूची

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देहरादून, 30 दिसंबर। उत्तराखंड कांग्रेस में टिकट को लेकर टिकटिक शुरु हो गई है। नए साल पर कांग्रेस पहली सूची जारी करने के लिए तैयारी में जुट गई है। इसके लिए दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में नामों पर मंथन भी किया जा चुका है। कांग्रेसी सूत्रों का दावा है कि 32 सीटों पर मुहर लग गई है। जिसकी सूची आचार संहिता लगते ही जारी कर दी जाएगी। इस बीच उत्तराखंड में कांग्रेस ने टिकट फॉर्मूले में पंजाब के एक टिकट एक परिवार के फॉर्मूले को नहीं रखा है, जो कि आने वाले दिनों में कांग्रेस के लिए मुश्किल भी खड़ी कर सकता है।

Congress will not implement Punjab ticket formula in Uttarakhand, know why the rar may increase

भाजपा से एक कदम आगे निकलना चाहती है कांग्रेस

चुनाव में कांग्रेस भाजपा से एक कदम आगे निकलने के लिए तैयारियों में जुट गई है। टिकट बंटवारे में कांग्रेस भाजपा को पीछे छोड़कर सिपाहियों को मैदान में उतारना चाहती है। बीते दिनों पूर्व सीएम हरीश रावत के पार्टी के अंदर किए गए विरोध के बाद हाईकमान अब पूरी तरह से हरीश रावत के निर्णय के साथ जाने की बात कर रही है। हालांकि टिकट बंटवारे में सभी समीकरण और गुटों को साधना आसान नहीं होगा। इसके लिए पार्टी हर दांव सोच समझ कर चलना चाहेगी। इस बीच कांग्रेस में एक परिवार एक टिकट के फॉर्मूले को उत्तराखंड में न​हीं अपनाएगी। इससे पूर्व सीएम हरीश रावत और यशपाल आर्य को राहत मिली है। इन दोनों नेताओं के परिजन भी टिकट की कतार में हैं। हालांकि इस फॉर्मूले को पंजाब में लागू करने के बाद उत्तराखंड में क्यों लागू नहीं किया गया। इसको लेकर भी आने वाले दिनों में सवाल उठने तय है।

पंजाब फार्मूला उत्‍तराखंड में हो चुका है लागू

पंजाब में पार्टी ने एक परिवार एक टिकट का फॉर्मूला फिक्स कर दिया है। इससे पहले उत्तराखंड कांग्रेस में पंजाब कांग्रेस की तरह 4 कार्यकारी अध्यक्ष का फॉर्मूला तय किया गया जिसे बाद में उत्तराखंड में लागू किया गया, लेकिन टिकट में इस फॉर्मूले को यहां लागू नहीं किया गया, जिसको लेकर विरोधी खेमा सवाल खड़ा कर सकता है। उत्तराखंड की बात करें तो एक टिकट के लिए कई जगह दो दर्जन से ज्यादा दावेदार हैं। वहीं 70 सीटों पर 500 से ज्यादा दावेदार सामने आ चुके हैं। ऐसे में पार्टी के लिए टिकट बंटवारे पर सब को संतुष्ट करना आसान नहीं होगा। जिससे कांग्रेस का एक टिकट एक परिवार का फॉर्मूला फिक्स न करना उत्तराखंड में कांग्रेस को आने वाले दिनों में मुश्किल में डाल सकता है। फिलहाल कांग्रेस पहले राउंड में ऐसी सीटों पर ही दावेदारों के नाम पर मुहर लगाएगी जो कि सिटिंग विधायक हैं या फिर पुराने कद्दावर मंत्री रह चुके हैं। किसी भी तरह की विवाद की स्थि​ति में कांग्रेस दूसरी सूची का इंतजार करेगी।

पहली सूची में हरदा पर सस्‍पेंश

पहली सूची में 32 सीटों पर ही मुहर लगना तय है, जहां ज्यादा विवाद की स्थिति नहीं है। इन 32 सीटों में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह तो हैं लेकिन चुनाव अभियान समिति के प्रमुख हरीश रावत को लेकर सस्पेंश बना हुआ है। हरीश रावत खुद और अपने परिवार के एक सदस्‍य के लिए भी टिकट की पैरवी करते हैं या फिर खुद कमान ही संभालेंंगेा इसके लिए भी जनवरी तक का इंतजार रहेेगा हालां‍कि उनके परिवार से एक का चुनाव लडना तय माना जा रहा हैा

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English summary
Congress will not implement Punjab ticket formula in Uttarakhand, know why the rar may increase
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