उत्तराखंड में स्वाइन फ्लू का बढ़ता कहर, चपेट में आए वन दरोगा की मौत
Uttarakhand news, कालागढ़/ पौड़ी। कालागढ़ वन विभाग में तैनात वन दरोगा दयाशंकर चौरसिया के आकस्मिक निधन से कालागढ़ वन विभाग में शोक की लहर है। कालागढ़ रेंज में वन दरोगा के पद पर तैनात नई कालोनी में आवास संख्या सी 469 में निवास करते थे। 22 फरवरी को अचानक उनकी तबियत खराब हो गई। प्राथमिक उपचार के बाद राहत ना मिलने पर उन्हें एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां उनकी हालत में कोई सुधार ने देखते हुए मुरादाबाद विवेकानंद अस्पताल में रेफर कर दिया गया। वहां भी बिगड़ती हालात को देखते हुए चिकित्सकों ने उन्हें लखनऊ पीजीआई में रेफर कर दिया। वहीं उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। इस खबर से परिवार में हड़कंप मच गया व कालागढ़ वन विभाग में शोक की लहर दौड़ गई।
कालागढ़ के उप प्रभागीय वनाधिकारी आरके तिवारी ने बताया कि परिवार के सदस्यों ने बताया कि दयाशंकर की मृत्यु स्वाइन फ्लू से हुई है। इस दु:खद मृत्यु पर कालागढ़ रेंज कार्यालय में शोक सभा की गई। रेंज अधिकारी आर के भटट ने नम आंखों से बताया कि इस मामले को वन विभाग ने गंभीरता से लिया है। जांच में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है।
पौड़ी के स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर यहां स्वाइन फ्लू की बीमारी फैलने से रोकने के लिए व उसके कारणों का पता लगाकर जनता की सुरक्षा करने की मांग की गई है। मृतक दयाशंकर चौरसिया के पुत्र मनीष ने बताया कि जांच में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। बता दें कि कालागढ़ में स्वाइन फ्लू का यह पहला मामला है जो अब कालागढ़वासियों के लिए भी चिंता का विषय बन गया है।