योगी सरकार के आदेश के बावजूद सूबे में किसानों पर हो रहे अत्याचार, पुलिस प्रशासन कर रहा आनाकानी
फतेहपुर। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने समाज को भय मुक्त बनाने के लिए पुलिस प्रशासन को सख्त हिदायत दे रखी है। आदेश है कि किसी भी सूरत में बेसहाय, गरीब और मजबूर लोगों को कोई भी परेशान ना कर पाए इसका ध्यान रखा जाए। लेकिन जनाब किसानों की सुनता ही कौन है। कभी सरकार कभी बड़े लोग तो कभी दबंग किसानों की भावनाओं को आहत करते ही रहते हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के फतेहपुर का सामने आया है। जहां एक किसान की गुहार सुनने वाला कोई नहीं है।
हे ग्राम देवता नमस्कार ये कविता बचपन में लगभग हम सबने सुनी और पढ़ी है। इस कविता का सार ही किसानों को समर्पित है इसमें किसानों को भगवान का दर्जा दिया गया है। लेकिन आज के जमाने में किसान भगवान कम और लाचार ज्यादा नजर आता है। देश भर में किसी ना किसी वजह से किसान आत्महत्या कर रहा है, तो कहीं भूखमरी से मर रहा है। इस बीच सरकारे बदलती रहती है पर किसानों के हक की बात करने वाला कोई भी नहीं है।
फतेहपुर के गाजीपुर थाने के बवांरा गांव में कुछ दबंगों से तंग आकर एक किसान ने पुलिस प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। पीड़ित का कहना है कि गांव के दबंगों ने उसकी 22 बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया है। साथ ही दबंगों ने उसकी खड़ी 10 बीघा मूंग की फसल को भी नष्ट कर दिया। पीड़ित ने पुलिस के उपर भी दबंगों के शह पर काम करने का आरोप लगाया है।
पीड़ित की माने तो अपनी जमीन का मुकदमा उसने कोर्ट तक से जीत लिया है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद जमीन पर स्टे लगा दिया गया है। जिस कारण स्टे वाली जमीन का इस्तेमाल कोई भी नहीं कर सकता है। लेकिन पीड़ित का कहना है कि दबंग उस जमीन पर खेती करने में जुटे हैं। जबकि जमीन में बकायदा सभी का नाम दर्ज है और खतौनी तक में अंकित है। दबंग जबरन पुलिस की मिलीभगत से जमीन पर कब्जा जमाना चाहते हैं। वहीं पीड़ित ने एसपी से मिलकर पूरे मामले की शिकायत कर मामले की जांच की मांग की है।