विवेक तिवारी मर्डर केस: प्रशांत के समर्थन में उतरा गांव, कहा-मामले की हो निष्पक्ष जांच
बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एप्पल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी हत्या कांड के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी प्रशांत चौधरी को जेल भेज दिया हैं। प्रशांत चौधरी के जेल जाने के बाद अब उसके पैतृक गांव में लोगों ने योगी सरकार से मामले की निष्पक्ष जांच करने की गुहार लगाई है। बता दें कि प्रशांत चौधरी बुलंदशहर के अनूपशहर तहसील स्थित जटपुरा गांव का रहने वाला है।
सदमें में है ग्रामीण
एप्पल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी हत्याकाण्ड में प्रशांत का नाम सामने आने से उनके पैतृक गांव जटपुरा के लोग सदमें में है। लोगों का कहना है कि प्रशांत चौधरी पर हत्या का आरोप लगने के बाद से उसके पैतृक घर में चुल्हा तक नहीं जला है। गांव के ग्राम प्रधान व घर के सभी लोग इस विश्वास पर हैं कि योगी सरकार इस हत्याकाण्ड की निष्पक्ष जांच करेंगी।
प्रशांत नहीं कर सकती ऐसा काम
प्रशांत के पिता रविंद्र सिंह की मानें तो उनके तीन बच्चे, एक बेटी और दो बेटे हैं। प्रशांत उन सबमें सबसे बड़ा है। उन्होंने बताया कि प्रशांत ही घर में कमाने वाला था। जिसे पढ़ा लिखाकर उन्होंने पुलिस में भर्ती कराया। रविंद्र और गांव वालों की मानें तो प्रशांत इस तरह का काम नहीं कर सकता। उन्होंने इस पुरे मामले की निष्पक्ष जांच करने की योगी सरकार से मांग की है।
क्लासमेट ने बताया कड़ी मेहनत के बाद मिली थी नौकरी
प्रशांत चौधरी के क्लासमेट और दोस्त राजा ने बताया कि प्रशांत एक गरीब परिवार से आता है। इंटर तक वह उसके साथ ही पढ़ा है और कड़ी मेहनत के बाद उसे पुलिस में नौकरी मिली थी। प्रशांत में किसी तरह की कोई गलत आदत भी नहीं थी और हमें पूरा यकीन है कि जो कुछ भी लखनऊ में हुआ उसमें प्रशांत की गलती नहीं है।
जो दोषी हो उसपर हो कार्रवाई
वहीं ग्राम प्रधान सोनू चौधरी की मानें तो प्रशांत का परिवार गांव में काफी शरीफ हैं। इन लोगों की गांव में अच्छी छवि है और प्रशांत भी काफी अच्छा लड़का है। उन्हें यकीन है कि वह इस तरह का काम नहीं कर सकता। कहां कि सभी गांववासी सीएम योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाते हैं कि वह प्रशांत के परिवार की तरफ भी ध्यान दे और मामले की जांच कराई जाए। फिर जो भी दोषी हो उसपर कार्रवाई की जाए।
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