मीडिया से बात करने आया भीम आर्मी के संस्थापक का भाई, पुलिस ने किया गिरफ्तार
सहारनपुर में जातीय दंगे होने के बाद भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद भले ही पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पा रहे हों, लेकिन आज क्राइम ब्रांच की टीम ने चंद्रशेखर के भाई कमल किशोर को गिरफ्तार कर लिया।
सहारनपुर। सहारनपुर में जातीय दंगे होने के बाद सामने आए संगठन भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद भले ही पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पा रहे हों, लेकिन आज क्राइम ब्रांच की टीम ने चंद्रशेखर के भाई कमल किशोर को उस समय गिरफ्तार कर लिया, जब कमल किशोर अपनी मां कमलेश के साथ मीडिया से वार्ता कर रहे थे। क्राइम ब्रांच टीम ने कमल किशोर को मीडिया के समक्ष अपनी बात रखने का पूरा मौका तक नहीं दिया।
बोलने से पहले ही पुलिस ने कर लिया गिरफ्तार
गुरुवार की शाम चंद्रशेखर की मां कमलेश और छोटे भाई कमल किशोर ने करीब तीन बजे यहां की मीडिया को कॉल कर अपनी बात रखने के लिए दिल्ली रोड स्थित बामियान बुद्ध विहार में बुलाया था। तमाम मीडिया निर्धारित टाईम चार बजे वार्ता करने के लिए पहुंच गया था। चंद्रशेखर की मां कमलेश और भाई कमल किशोर अपनी बात शुरु भी नहीं कर पाए थे कि इतने में क्राइम ब्रांच की टीम पहुंच गई और बुद्ध विहार के प्रवेश द्वार को बंद कर कमल किशोर को गिरफ्तार कर चली गई। चलते चलते ही कमल किशोर ने थोड़ी बहुत मीडिया से वार्ता कर अपने भाई को निर्दोष होने का दावा किया। इस दौरान भारी मात्रा में पुलिस फोर्स को भी साथ लाया गया था।
चंद्रशेखर अभी भी पुलिस की पहुंच से दूर
बता दें कि विगत 5 मई, 9 मई और इसके बाद 23 मई को सहारनपुर में हुए जातीय दंगे के बाद भीम आर्मी का नाम सामने आया था। भीम आर्मी के संस्थापक एडवोकेट चंद्रशेखर आजाद 9 मई को हुए दंगे के बाद से फरार चल रहा है, हालांकि 21 मई को चंद्रखेशर दिल्ली के जंतर मंतर पर अपना विरोध प्रदर्शन कर चुका है, लेकिन इसके बावजूद पुलिस चंद्रशेखर को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है। चंद्रशेखर टीवी चैनलों पर अपना साक्षात्कार भी दे रहे हैं।
'मेरे बेटे को फंसा रही है यूपी पुलिस'
चंद्रशेखर की मां कमलेश ने बाद में मीडिया से कहा कि चंद्रशेखर को यह सरकार दंगों का दाग लगाकर फंसा रही है। सहारनपुर में हुए जातीय दंगों के समय चंद्रशेखर अपने घर पर परिवार के सदस्यों के साथ था। 23 मई को भी चंद्रशेखर शहर में नहीं था। वह इस वक्त कहां और किसके पास रह रहा है, इस बाबत कमलेश ने बताया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है, वह तो केवल इतना जानती है कि सहारनपुर का पुलिस प्रशासन और राज्य की योगी सरकार उसके बेटे को निर्दोष फंसा रही है तथा उसके खिलाफ कोई गहरा षड़यंत्र रचा जा रहा है।