मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर सतर्क हुई यूपी पुलिस, बनाई गई स्पेशल फोर्स
लखनऊ। पूरे देश में हो रही मॉब लिंचिंग की घटनाओं से यूपी की पुलिस सतर्क हो गई है। यूपी में ऐसी घटनाएं ना हों इसके लिए बकायदा स्पेशल फोर्स बना दी गई है। यूपी डीजीपी ने आदेश देते हुए कहा कि यूपी के किसी भी जिले में इस तरह की घटनाएं ना हों।
डीजीपी ओपी सिंह ने मॉब लिंचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स गठित करने के निर्देश दिए है। इस टीम को गठित करने के लिए डीजीपी ने सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को सख्त आदेश भी दिए हैं। जिलों में नोडल अधिकारी की सहायता के लिए सभी जिलों में पुलिस उपाधीक्षक स्तर के एक अधिकारी होंगे, जो मॉब लिंचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कार्रवाई करेंगे।
जघन्य
अपराध
है
मॉब
लिंचिंग
डीजीपी
ने
कहा
कि
मॉब
लिंचिंग
की
घटना
एक
जघन्य
अपराध
हैं।
गलत
अवधारणाओं
के
आधार
पर
व्यक्तियों
के
किसी
समूह
अथवा
भीड़
द्वारा
कानून
का
स्वयं
पालन
कराए
जाने
के
नाम
पर
किसी
व्यक्ति
के
विरुद्ध
हिंसात्मक
कार्रवाई
करना
कानून
के
तहत
पूर्णतया
अक्षम्य
एवं
दण्डनीय
अपराध
है।
इसके
साथ
ही
आपको
ये
भी
बता
दें
कि
सुप्रीम
कोर्ट
ने
17
जुलाई
2018
के
अपने
एक
फैसले
में
मॉब
लिंचिंग
की
रोकथाम
एवं
ऐसी
घटनाओं
की
विवेचनाओं
के
संबंध
में
दिशा-निर्देश
जारी
किए
गए
हैं।
टीम
रखेगी
अराजकतत्वों
पर
नजर
मॉब
लिंचिंग
की
घटनाओं
को
रोकने
के
लिए
नोडल
अधिकारी
द्वारा
एक
विशेष
टास्क
फोर्स
का
गठन
किया
जाएगा
जो
ऐसे
व्यक्तियों
के
विषय
में
खुफिया
सूचनाएं
एकत्र
करेगा,
जिनके
बारे
में
ऐसी
संभावना
हो
कि
वे
इस
प्रकार
की
घटनाएं
करने
वाले
हैं।
इसके
साथ
ही
ऐसे
लोगों
पर
भी
सख्त
निगरानी
रखी
जायेगी
जो
इन
घटनाओं
को
बढ़ावा
देने
में
शामिल
रहते
हैं
और
इसका
प्रचार
करते
हैं।
सुरक्षा
के
किए
जाएं
इंतजाम
डीजीपी
ने
नोडल
अधिकारियों
को
जिलों
में
ऐसे
गांवों,
कस्बों,
मजरों
व
मोहल्लों
को
चिह्नित
कराने
को
कहा
है
जहां
पिछले
पांच
वर्षों
में
मॉब
लिंचिंग
की
घटनाएं
हुई
हों।
इन
सभी
जगहों
को
चिन्हित
किया
जाएगा
ताकि
इनके
लिए
अलग
से
सुरक्षा
के
पुख्ता
इंतजाम
किए
जा
सकें।