तीसरी बेटी पैदा होने पर गुस्साए पति ने पीट-पीटकर तोड़ दिए पत्नी के दोनों हाथ
शाहजहाँपुर। जहां एक ओर सरकार बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ का नारा बुलंद करने में लगी है वहीं दूसरी ओर बेटी पैदा होने पर हिंसा के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला यूपी के शाहजहाँपुर से सामने आया जहां बेरहम पति ने तीन बेटियां पैदा होने पर पत्नी के दोनों हाथ तोड़ दिए। महिला की तीन बेटियां है। यही बेटियां उसकी जान की दुश्मन बन गईं। तीन बेटियां पैदा होने पर आए दिन महिला को ताने सुनने पड़ते थे। इतना ही नहीं बेटियां पैदा होने के बाद दहेज लोभी ससुराल वाले पत्नी से कार और अच्छे दहेज की मांग करने लगे। पत्नी के इंकार के बाद उसको आठ दिन तक बंधक बनाकर इतना पीटा कि उसके दोनों हाथ टूट गए और शरीर पर कई चोटें आईं। फिलहाल पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
घटना थाना सिंधौली के बवरा गांव की है। अस्पताल के बाहर रोती-बिलखती इस महिला का नाम रेखा देवी है। पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी आठ साल पहले ग्राम बवरा निवासी शैलेन्द्र से हुई थी। उसकी शादी मे पिता ने अपनी हैसियत के लायक दान दहेज भी दिया था। उसके बाद उसने तीन बेटियों को जन्म दिया लेकिन पति बेटा चाहता था। तीन बेटियां पैदा होने पर उसके ससुराल वाले और पति आए दिन ताने देने लगे और छोटी-छोटी बातों पर मारना-पीटना शुरू कर दिया।
आठ दिन पहले तीसरी बेटी पैदा होने पर उसके पति, सास ससुर, और नन्द ने उसको एक कमरे मे बंद कर दिया। पीड़िता के मुताबिक सबने बंधक बनाकर हमे इतना बेरहमी से पीटा जिससे उसके दोनों हाथ टूट गए और शरीर पर गंभीर चोटें आईं। दो दिन पहले जब पीड़िता की हालत ज्यादा बिगड़ी तो उसके पिता उसे लेकर निजी नर्सिग होम पहुंच गए और इलाज कराया।
वही एएसपी ग्रामिण सुभाष चंद्र शाक्य ने बताया कि महिला ने थाने मे तहरीर दी। जिसमे उसने पति और ससुरालियों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न की तहरीर दी है। तहरीर मे बूटियां पैदा होने पर भी मारपीट का जिक्र है। महिला की पिटाई होने से उसके हाथ भी टूट गए है। मामले मे मुकदमा दर्ज कर जांच की जांच की जा रही है।
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