कुर्सी में बैठने को लेकर भाजपा पार्षद और आईजी रेंज भिड़े, मारपीट की आई नौबत
मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में आईजी रेंज और भाजपा पार्षद के बीच खुले आम झड़प की घटना सामने आई है। यहाँ मंच पर बैठने को लेकर आई जी रेंज और भाजपा पार्षद दो-दो हाथ करने को तैयार नज़र आए और सब के सामने दोनों के बीच जमकर जमकर तू-तू मैं-मैं हुई और किसी तरह पुलिस के जवानों और भाजपा नेताओं ने दोनों को अलग किया। काफ़ी देर तक भाजपा पार्षद इसे कार्यकर्ताओं का अपमान बता कर हंगामा करते रहे।
हाथापाई तक की आई नौबत
मामला मुरादाबाद का है जहां आईजी रेंज विनोद कुमार सिंह और भाजपा पार्षद अजय दिवाकर के बीच जमकर तू-तू मैं-मैं हो गई। हालात इस कदर खराब हो गए कि दोनों के बीच हाथापाई होने की नौबत तक आ गई। मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने किसी तरह पार्षद को वहां से हटाया तब जाकर मामला शांत हुआ। उत्तर प्रदेश पुलिस के तेज़तर्रार अधिकारियों में शामिल आईजी वी के सिंह बीती शाम मुरादाबाद के सोनकपुर स्टेडियम पहुंचे थे। स्वर्गीय पूर्व महापौर बीना अग्रवाल की स्मृति में आयोजित क्रिकेट प्रतियोगिता का फाइनल मैच था।
मैच के पुरस्कार वितरण में पहुंचे थे दोनों
इसी प्रतियोगिता के फाइनल मैच के पुरस्कार वितरण में आईजी वी के सिंह मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे। कार्यक्रम में भाजपा मेयर विनोद अग्रवाल, नगर आयुक्त अवनीश कुमार, ब्लाक प्रमुख मूंढापांडे ललित कौशिक, संयोजिका बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ प्रिया अग्रवाल और भाजपा के कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। मंच से खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए आईजी वी के सिंह बैठे हुए थे। इस दौरान आईजी स्टेडियम की सुविधाओं को लेकर अपनी राय दे रहे थे और इसी दौरान भाजपा पार्षद अजय दिवाकर स्टेडियम में पहुंचे और आईजी के सामने कुर्सी पर बैठ गए।
कुर्सी पर बैठने को लेकर आईजी ने पार्षद को टोक दिया
कुर्सी पर बैठने को लेकर आईजी ने पार्षद को टोक दिया तो पार्षद इसे भाजपा के सम्मान से जोड़कर बिखर पड़े। पार्षद ने खुद को भाजपा पार्षद बताते हुए आईजी को कार्यकर्ताओं का सम्मान करने की नसीहत दे दी। देखते ही देखते मामला बढ़ता चला गया। आईजी से हॉट टॉक होते देख आयोजक और पुलिस कर्मी भी सन्न रह गए। बामुश्किल पार्षद अजय दिवाकर को पुलिस कर्मियों ने कार्यक्रम से बाहर ले जाने की कोशिश की, लेकिन पार्षद किसी तरह भी शांत नहीं हो रहे थे। पार्षद के मुताबिक सरकारी अधिकारी कार्यकर्ताओं को सम्मान नहीं दे रहे है और इसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ रहा है। भाजपा नेताओं ने बामुश्किल आईजी और पार्षद को शांत करवाया। पुलिस अधिकारी और सत्ताधारी दल के पार्षद के बीच हुई इस गर्मागर्म बहस के बाद आईजी अपना सम्बोधन बीच में अधूरा छोड़कर कार्यक्रम स्थल से वापस चले गए। भाजपा पार्षद और आई जी रेंज के बीच हुई इस झड़प से हर कोई हैरान रह गया।