शहीद जगपाल के पुत्र की पीएम मोदी से मांग, एक सिर के बदले चाहिए 10 पाकिस्तानियों के सिर
बुलंदशहर। पाकिस्तान ने शुक्रवार को सीजफायर उल्लंघन कर जम्मू कश्मीर के सांबा, कठुआ, नौशेरा और राजौरी सेक्टर में भारी गोला-बारी शुरु कर दी थी। गोलाबारी में बुलंदशहर के जगपाल सिंह भी शहीद हो गए। शहीद होने की खबर जैसे ही गांव पहुंची तो परिवार में कोहराम मच गया। शहीद जगपाल सिंह के बेटे ने पीएम नरेन्द्र मोदी से अपने पिता की शहादत का बदला लेने की मांग की है, साथ ही शहीद के परिजनों ने कहा है कि जब तक सीएम योगी शहीद के गांव नही आएंगे वो अन्तिम संस्कार नही करेगें। बता दें कि शहीद का शव शनिवार की शाम तक बुलंदशहर पहुंचने की संभवना जताई जा रही है।
शुक्रवार शाम को आई शहादत की खबर
बुलंदशहर के सलेमपुर थाना क्षेत्र गांव भैसरोली नासिरपुर निवासी जगपाल (53) पुत्र छज्जू सिंह बीएसएफ की 173 बटालियन में जवान थे। इन दिनों उनकी तैनाती जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में थी। शुक्रवार शाम को परिजनों को बीएसएफ मुख्यालय से आए फोन पर सूचना दी गई कि मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से जगपाल शहीद हो गए। इस सूचना से परिवार में कोहराम मच गया। पत्नी करतारी देवी और अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। जगपाल के शहीद होने का पता चलने पर सैकड़ों ग्रामीण भी घर के बाहर एकत्र हो गए और पीड़ित परिजनों को सांत्वना देने लगे। शहीद के बेटे गौरव ने बताया कि उन्हें फोन पर उनके पिता जगपाल सिहं के शहीद होने की सूचना दी गई है। बताया कि शहीद विजयपाल का पार्थिव शरीर शनिवार शाम तक गांव में आने की उम्मीद है। बता दे कि शहीद जगपाल सिहं अपने पीछे पत्नी करतारी देवी, पुत्री गीता, बबीता, नीशा, बुलबुल और पुत्र गौरव को छोड़ गए है।
खुद आना था लेकिन आई मौत की खबर
शहीद जगपास सिहं के भतीजे राहुल कुमार ने बताया कि जगपाल सिहं ने 19 जनवरी से छुटटी ली थी। 20 जनवरी को छुटटी पर व घर आने वाले थे, लेकिन पाकिस्तान की तरफ से हुए सीजफायर उल्लंघन में शहादत की खबर ही घर पहुंची है।
4 फरवरी को पुत्री की होनी थी शादी
जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में मुठभेड़ में शहीद हुए जगपाल की पुत्री निशा की आगामी 4 फरवरी को शादी होनी है। परिवार के सदस्य भी शादी की तैयारियों में जुटे हुए थे। पुत्री की शादी के लिए जगपाल सिहं भी 20 जनवरी को ही छुट्टी पर आने वाले थे, किंतु उससे पहले ही उनकी शहादत की सूचना आ गई।
योगी के आने तक नहीं होगा अंतिम संस्कार
शहीद के छोटे भाई रामसिंह और पुत्र गौरव की माने तो टीवी के माध्यम से नेताओं और प्रशासन को शहादत की खबर मिल गई थी। लेकिन उन्हे सांतवना देने के लिए भाजपा के क्षेत्रीय सांसद डा.भोला सिंह व विधायक अनिल शर्मा अभी तक घर नही पहुंचे। जिससे नाराज होकर परजिनों ने सीएम योगी के आने तक शहीद का अन्तिम संस्कार न करने का ऐलान कर दिया है। हालांकि शहीद का पुत्र बार बार पीएम नरेन्द्र मोदी से अपने पिता की शहादत का बदला लेने की मांग भी कर रहा है।