'इज्जत घर' से कैसे बचेगी महिलाओं की इज्जत, ऊपर भी झरोखा, नीचे भी झरोखा
मिर्जापुर। स्वच्छ भारत मिशन के तहत देश भर में शौचालय बनवाया जा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी ने शौचालय को इज्जत घर नाम दे दिया है। जिससे की लोग उसका उपयोग कर अपनी इज्जत को सुरक्षित रख सके। जिले में कोन ब्लाक के लखनपुर गांव में बने पीएम मोदी के इज्ज्त घर शौचालय का दरवाजा तो ऐसा है कि इज्जत सुरक्षित रह ही नहीं पाएगी। दरवाजा में ऊपर के साथ नीचे की ओर भी झरोखा बना है, इससे शौचालय में बैठने वाले को कई भी बाहर से देख सकेगा। ऐसे में इज्जत कैसे बचेगी।
पीएम
ने
शौचालय
को
दिया
'इज्जत
घर'
नाम
23
सितंबर
2017
को
वाराणसी
दौरे
पर
शहंशाहपुर
गांव
में
पीएम
ने
शौचालय
की
नींव
रखी।
यहां
पर
शौचालय
का
नाम
इज्जत
घर
होने
पर
उन्होंने
मुख्यमंत्री
योगी
आदित्य
नाथ
की
सराहना
की
थी।
कहा
था
कि
जिस
घर
में
'इज्जत
घर'
होगा
वो
घर
की
गरिमा
बनाए
रखेगा।
शौचालय
सचमुच
में
हमारी
बहन-बेटियों
के
लिए
यह
इज्जत
घर
है,
जहां
इज्जत
घर
है
वहां
गांव
और
घर
की
भी
इज्जत
है।
16
अक्तूबर
को
केंद्र
ने
सभी
राज्यों
को
पत्र
लिखकर
सुझाव
दिया
कि
शौचालयों
को
'इज्जत
घर'
कहा
जाए।
शौचालय
के
दरवाजे
में
में
ऊपर
के
साथ
नीचे
भी
झरोखा
मिर्जापुर
जिले
के
कोन
ब्लाक
के
लखनपुर
गांव
में
स्वच्छ
भारत
मिशन
के
तहत
आंगनबाड़ी
केंद्र
में
बना
शौचालय
पीएम
मोदी
के
इज्जत
घर
के
मॉडल
को
मुंह
चिढ़ा
रहा
है।
पीएम
ने
शौचालय
को
इज्जत
नाम
रखने
को
इसलिए
कहा
था,
जिससे
महिलाओं
की
इज्जत
पर
कोई
खतरा
न
आए,
पर
लखनपुर
गांव
में
बने
शौचालय
का
माडल
ऐसा
ही
है
अंदर
बैठने
वाले
की
इज्जत
नीलाम
हो
जाए।
शौचालय
के
दरवाजे
में
ऊपर
की
ओर
झरोखा
बना
है।
वो
तो
चलता
है,
पर
दराजे
में
नीचे
की
ओर
भी
उतना
ही
बड़ा
झरोखा
खिड़की
नुमा
बना
है।
जिससे
शौच
के
लिए
अंदर
बैठने
वाले
को
बाहर
से
देखा
जा
सकता
है।
आंगनबाड़ी
केंद्र
में
ये
शौचालय
बना
है
तो
इसका
उपयोग
भी
महिलाएं
ही
करेंगे,
ऐसे
में
समझा
जा
सकता
है
कि
इस
इज्जत
घर
में
महिलाओं
की
इज्जत
कितनी
सुरक्षित
है।
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