योगी सरकार में भू-माफियाओं ने 40 परिवार को किया बेघर, झुग्गी झोपड़ी तोड़कर किया कब्जा
हापुड़। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद एंटी भू माफिया स्क्वायड का गठन किया गया था। इसका मकसद अवैध रूप से कब्जा की गई भूमियों को भूमाफियाओं से छुड़ाना था, लेकिन जनपद हापुड़ में भूमाफिया इस कदर सक्रिय हैं कि खुलेआम प्रशासन की नाक के नीचे रातों रात जमीनों को कब्जा करने का खेल खेले रहे है। जिस पर न प्रशासनिक स्तर पर अब तक कोई कार्रवाई हुई है और ना ही स्थानीय पुलिस इस पर कोई लगाम लगाने के लिए तैयार हैं। बता दें कि सरकारी जमीन के दस्तावेजों में फेरबदल कर कई साल पहले भू-माफियाओं के नाम किया गया था। अब भू-माफियाओं न सरकारी जमीन पर अपना कब्जा जमाने के साथ अगल-बगल की जमीनों को भी हथिया रहे हैं।
350 झुग्गियों में रहते है लोगों
मामला सिटी कोतवाली इलाके के फ्रीगंज रोड का है। भू-माफियाओं द्वारा हापुड़ कोतवाली क्षेत्र की फ्रीगंज और रेलवे रोड के पास स्थित आवास विकास रेलवे पूल से लगी भूमि पर अवैध कब्जा किया जा रहा है। जिस पर बड़े-बड़े डम्पर से मिट्टी डालकर जमीन का भराव का काम किया जा रहा है। 30 जून की रात भी इन भूमाफियाओं द्वारा दर्जनों परिवारों को बल पूर्वक बेघर कर दिया गया था। पीड़ितों की माने तो हापुड़ निराश्रय सेवा समिति के अंतर्गत इस भूमि को 1992 में लोगों को दान में दिया गया था। इसके पट्टे भी यहां के लोगों को किए गए थे। इसके बाद से यह लोग इस समिति के तहत यहां झुग्गियां बनाकर रह रहे हैं। क्षेत्र में करीब 350 झुग्गियां है, जिनमें ये गरीब लोग कई दशकों से रहते आ रहे है।
46 झुग्गियों को किया तबाह
इस भूमि पर पहले से ही भूमाफियाओं की नजर रही है, जिसके चलते पहले भी इस भूमि पर कब्जे करने के लिए कई प्रयास किए जा चुके है। लेकिन हर बार इन लोगों के विरोध के चलते भूमाफियाओं को अपने कदम पीछे खींचने पड़े। बीते 45 दिनों में भूमाफिया इस कदर क्रूरता के साथ इस जमीन को कब्जा करने में जुटे हैं, जिस पर पुलिस भी आंख मूंदे हुए हैं। भू-माफियाओं द्वारा बीते 1 सप्ताह में 46 झुग्गियों को तबाह कर दिया गया, जिनमें रह रहे करीब 350 लोग बेघर हो गए।
पुलिस-प्रशासन ने नहीं की कार्रवाई
मामले की शिकायत पुलिस पर भी की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। 29 जून को मिट्टी से भरे एक बेकाबू डंपर ने इस बस्ती के कई स्थानों पर टक्कर मार दी, जिनमे कुष्ठ रोगियों के लिए बना आश्रम, वहां स्थित मंदिर व अनेक घरों आदि में लगे बिजली के तार टूट गए। जिसपर भी मौके पर पहुंची पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके चलते इन भू-माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि अब वे इन लोगों को मिट्टी के ढेर के नीचे दबाने के लिए ही आमदा है। इस मामले में एडीएम जयनाथ यादव का कहना है कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। एसडीएम हापुड़ को मौके पर भेजा जा रहा है। आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।