चर्च में धर्म परिवर्तन का आरोप, योगी के संगठन ने रुकवाई प्रार्थना सभा
महाराजगंज जिले के धतौली इलाके में बना यह चर्च ब्रिटिश काल का है और इसपर पहली बार धर्म परिवर्तन का आरोप लगा है।
महाराजगंज। यूपी के महाराजगंज जिले में एक चर्च में चल रही प्रार्थना सभा को सीएम योगी आदित्यनाथ के संगठन हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने धर्म परिवर्तन का आरोप लगाकर रुकवा दिया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि चर्च में प्रार्थना सभा की आड़ में धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई और मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। वहीं, चर्च ने इन आरोपों को झूठ बताया है।
चर्च पर धर्म परिवर्तन का आरोप
यह घटना शुक्रवार 7 अप्रैल की है। महाराजगंज जिले के धतौली इलाके में बना यह चर्च ब्रिटिश काल का है और इसपर पहली बार धर्म परिवर्तन का आरोप लगा है। शुक्रवार को करीब 150 लोग चर्च के अंदर प्रार्थना के लिए मौजूद थे। इनमें यूपी घूमने आए कुछ विदेशी नागरिक भी शामिल थे। इसी दौरान हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने वहां पहुंचकर प्रार्थना को रुकवा दिया।
चर्च में विदेशी नागरिक थे मौजूद
कार्यकर्ताओं का आरोप है कि चर्च के अंदर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। पुलिस को शुरुआती जांच में चर्च के अंदर धर्म परिवर्तन कराए जाने का कोई साक्ष्य नहीं मिला है। पूछताछ के बाद पुलिस ने विदेशी नागरिकों को छोड़ दिया। वहीं चर्च का कहना है कि धर्म परिवर्तन के आरोप बेबुनियाद हैं। चर्च में केवल प्रार्थना सभा हो रही थी।
हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं में रोष
दूसरी तरफ, विदेशी नागरिकों को छोड़े जाने से हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं में रोष है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि चर्च के अंदर विदेशी नागरिक मौजूद थे। विदेशी नागरिकों की मौजूदगी से आशंका है कि अंदर गरीब लोगों को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था। पुलिस को इस मामले की गंभीरता से जांच करनी चाहिए और दोषी लोगों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
2002 में बनी थी हिंदू युवा वाहिनी
आपको बता दें कि योगी आदित्यनाथ ने 2002 में हिंदू युवा वाहिनी का गठन किया था। सीएम बनने के बाद से इस संगठन को लेकर युवाओं में क्रेज बढ़ रहा है। संगठन के पदाधिकारियों के मुताबिक पहले पूरे महीने में 500 से 1,000 लोगों के आवेदन आते थे, लेकिन योगी के सीएम बनने के बाद हर रोज 5,000 से ज्यादा सदस्यता के आवेदन आ रहे हैं। ये भी पढ़ें- सीएम योगी ने लिया एक और चौंकाने वाला फैसला