गोरखपुर शहर से जीते योगी आदित्यनाथ, चंद्रशेखर आजाद को मिली शर्मनाक हार
गोरखपुर, मार्च 10। यूपी विधानसभा चुनाव के नतीजों में भारतीय जनता पार्टी ने इतिहास बना दिया है। यूपी में बीजेपी ने 274 सीटें जीत ली हैं। इस बीच यूपी की सबसे हॉट सीट गोरखपुर शहर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहुत बड़े अंतर से जीत दर्ज कर ली है। योगी आदित्यनाथ इस सीट से करीब 1 लाख वोटों के अंतर से जीत गए हैं। वहीं उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहे भीम आर्मी के चंद्रशेखर को सिर्फ 7500 वोट मिले हैं।
चंद्रशेखर की जमानत जब्त होने की नौबत
भीम आर्मी के चंद्रशेखर चौथे नंबर पर रहे हैं, जबकि समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार सुभावती उपेंद्र दत्त शुक्ला दूसरे स्थान पर रहीं। उन्हें 60 हजार से अधिक वोट मिले हैं। आपको बता दें कि सुभावती भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे उपेंद्र दत्त शुक्ला की पत्नी हैं।
तगड़े आत्मविश्वास के साथ चंद्रशेखर ने किया था नामांकन दाखिल
आपको बता दें कि गोरखपुर शहर सीट पर 3 मार्च को मतदान हुआ था और भीम आर्मी के चंद्रशेखर आजाद ने बहुत ही तगड़े आत्मविश्वास के साथ यहां से नामांकन दाखिल किया था, लेकिन उनका आत्मविश्वास उन्हें औंधे मुंह गिराने वाला है। गोरखपुर शहरी सीट से योगी आदित्यनाथ और चंद्रशेखर आजाद के अलावा समाजवादी पार्टी से सुभावती शुक्ला, बीएसपी से ख्वाजा शमसुद्दीन, कांग्रेस से चेतना पांडेय उम्मीदवार थे।
कौन हैं चंद्रशेखर?
छुटमलपुर के पास स्थित गांव घड़कोली के रहने वाले चंद्रशेखर आजाद ने एलएलबी की पढ़ाई देहरादून से की है। साल 2015 में उन्होंने भीम आर्मी भारत एकता मिशन का गठन किया गया था, जिसके वह संस्थापक हैं। मई 2017 में जब शब्बीरपुर गांव में जातीय हिंसा हुई तो भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन कर जेल जाकर सुर्खियां बटोरीं थीं। जेल से रिहा होने के बाद चंद्रशेखर ने मिशन जारी रखा और दलितों के खिलाफ होने वाले मामलों में कार्रवाई की मांग उठाते रहे। हाथरस मामले में भी चंद्रशेखर ने आवाज उठाई थी। इसके अलावा राजस्थान और हरियाणा में हुई घटनाओं के विरोध में भी प्रदर्शन किए। इसके अलावा दिल्ली में संत रविदास मंदिर हटाने से रोकने को लेकर भी आंदोलन किया।