120 घंटे के अंदर 32,000 टॉयलेट बना गोंडा ने तोड़ा आंध्र प्रदेश का रिकॉर्ड
गोंडा। देश के सबसे गंदे जिलों की लिस्ट में टॉप पर यूपी का गोंडा जिला इस बार एक खास कारण से सुर्खियों में है। अपने उपर लगे सबसे गंदे जिले के दाग को मिटाने के लिए गोंडा के लोगों ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत 120 घंटे के अंदर 32,000 शौचालय बना डाले। 26 मार्च को मिशन-32 को जमीन पर उतारते हुए डीएम जेबी सिंह, सीडीओ दिव्या मित्तल ने 120 घंटे में 32 हजार शौचालय के निर्माण की मुहिम शुरु की थी। उनकी कोशिशें रंग लाई। जिले के लोगों की मदद से प्रशासन ने 120 घंटे में 32 हजार टॉयलेट बनाकर आंध्र प्रदेश के रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया।
गोंडा प्रशासन की यह मुहिम इंडिया बुक्स ऑफ रेकॉर्ड में दर्ज की गई है। अभी तक यह कीर्तिमान आंध्र प्रदेश के नाम था। जिले की 1054 ग्राम पंचायतों में मॉनिटरिंग के लिए डीएम जेबी सिंह ने 210 नोडल अफसर तैनात किए थे। जिला प्रशासन ने काम की पल-पल की अपडेट के लिए एक व्हाट्सऐप ग्रुप बनाया गया था और 24 घंटे इस ग्रुप पर हर पल की जानकारी भेजी जाती रही। इस मिशन की सबसे बड़ी बात यह रही कि बिना सहयोग राशि मिले ही लोगों ने डीएम की पहल को सपॉर्ट किया।
गोंडा जिला प्रशासन ने जिले के 16 ब्लाकों में हर ब्लॉक में 2-2 हजार टॉयलेट बनवाने का लक्ष्य रखा था। जिसे समय पर पूरा कर लिया गया। इस कामयाबी के बाद अब मिशन एक लाख की बारी है जिसे भी जनता के सहयोग से हासिल किया जाएगा। मिशन-32 का प्रस्ताव सीडीओ दिव्या मित्तल ने बनाया था।
इंडिया बुक आफ रेकार्ड के मुखिया डा. विश्वदीप रुपराय चौधरी ने सोमवार को सम्मान समारोह में अवार्ड की घोषण की और कहा कि पूरे देश में ऐसा पहली बार हुआ है कि इतने कम समय में 32 हजार टॉयलेट बने हैं। उन्होने अधिकारियों की मेहनत व लगन को सराहा। कहा कि जिले के लिए यह सौभाग्य की बात है।