BJP जिलाध्यक्ष पर कोर्ट के आदेश के बाद दर्ज हुआ मुकदमा, महिला ने लगाये थे गंभीर आरोप
गाजियाबाद। बीजेपी के जिलाध्यक्ष और उनके चार साथियों के खिलाफ सीजेएम कोर्ट के आदेश पर ट्रॉनिका सिटी थाने में महिला से छेड़छाड़, अपहरण, मारपीट और कातिलाना हमले के आरोप में केस दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता महिला का आरोप है कि उसने निकाय चुनाव में बीजेपी के टिकट पर सभासद का चुनाव लड़ने के लिए जिलाध्यक्ष से टिकट मांगा था। इस टिकट के बदले में उससे पांच लाख रूपए की डिमांड की गई थी। उसने इसकी शिकायत पार्टी के अन्य नेताओं से की तो आरोपी उससे नाराज हो गया और उसे धमकी दी।
सभासद
का
चुनाव
लड़ना
चाहती
थी
पीड़िता
पीड़ित
महिला
गाजियाबाद
की
एक
कालोनी
की
रहने
वाली
है।
उसका
आरोप
है
कि
उसने
निकाय
चुनाव
में
लड़ने
के
लिए
बीजेपी
के
जिलाध्यक्ष
बसंत
त्यागी
से
टिकट
मांगा
था।
जिलाध्यक्ष
बसंत
त्यागी
ने
टिकट
के
बदले
उससे
पांच
लाख
रूपए
की
डिमांड
की
थी।
इसकी
शिकायत
जब
उसने
पार्टी
के
दूसरे
नेताओं
से
की
तो
वह
नाराज
हो
गया।
महिला
का
आरोप
है
कि
3
नवंबर
को
बसंत
त्यागी
ने
उसके
घर
सचिन
और
गौरव
नाम
के
युवकों
को
भेजा।
इन
दोनों
ने
उसके
साथ
अभद्रता
की
और
कहा
कि
यदि
उसने
किसी
से
पैसे
मांगने
की
शिकायत
की
तो
उसे
जान
से
मार
देंगे।
पुलिस
ने
नहीं
की
थी
कोई
कार्रवाई
महिला
का
आरोप
है
कि
उसने
इसकी
लिखित
शिकायत
ट्रॉनिका
सिटी
थाने
में
की
थी
लेकिन
पुलिस
ने
कोई
कार्रवाई
नहीं
की।
महिला
का
आरोप
है
कि
9
नवंबर
को
जिलाध्यक्ष
अपनी
गाड़ी
में
गौरव,
सचिन
और
उनके
दो
अज्ञात
साथियों
के
साथ
उसके
घर
पहुंचे
और
उसका
जबरन
अपहरण
कर
लिया।
अपहरण
के
बाद
आरोपियों
ने
उसके
साथ
छेड़छाड़
और
मारपीट
की।
उसके
बाद
वह
उसे
जान
से
मारने
की
धमकी
देते
हुए
दिल्ली
में
करनाल
बाईपास
पर
फेंककर
फरार
हो
गए।
तब
उसने
100
नंबर
पर
कॉल
कर
पुलिस
को
सूचना
दी
थी।
राजनीतिक
रंजिश
के
तहत
फर्जी
आरोप
वहीं
इस
मामले
में
बीजेपी
के
जिलाध्यक्ष
बसंत
त्यागी
का
कहना
है
कि
वह
कोर्ट
का
सम्मान
करते
हैं।
राजनीतिक
रंजिश
के
तहत
उन
पर
फर्जी
आरोप
लगाए
गए
हैं।
पुलिस
जांच
के
बाद
सच्चायी
सामने
आ
जाएगी।
इन
धाराओं
में
दर्ज
हुआ
केस
सीजेएम
कोर्ट
के
आदेश
पर
ट्रॉनिका
सिटी
पुलिस
ने
उक्त
आरोपियों
के
विरुद्ध
आईपीसी
की
धारा
323,
504,
506,
354,
363,
307,
452
एवं
120-बी
के
तहत
रिपोर्ट
दर्ज
कर
ली
है।
निष्पक्ष
जांच
के
बाद
की
जाएंगी
कार्रवाई
ट्रॉनिका
सिटी
थाना
प्रभारी
श्यामवीर
सिंह
का
कहना
है
कि
महिला
ने
पहले
कई
शिकायत
दी
थी,
लेकिन
जांच
में
आरोप
गलत
पाए
गए
थे।
पुलिस
पूरे
मामले
की
निष्पक्ष
जांच
कर
उचित
कार्रवाई
करेगी।