दिवाली पर एलईडी टीवी खरीदने से पहले पढ़ें यह खबर, वरना लग सकता है चूना!
बुलंदशहर। दीपावली पर अगर आप घर के लिए नया एलईडी टीवी खरीदने के बारे में सोच रहे है तो यह खबर आप के लिए बेहद खास है। बुलंदशहर पुलिस ने एक ऐसे अभियुक्त को गिरफ्तर किया है जो दिल्ली से ढाई हजार रुपए में नकली एलईडी खरीदकर यहां लाता था। उसके बाद उस नकली एलईडी पर नामी कंपनियों के स्टीकर लगाकर महंगे दामों मे बेचता था।
नकली एलईडी का गोरखधंधा
जानकारी के अनुसार, बुलंदशहर कोतवाली नगर पुलिस ने अमरमाया कालौनी में पिछले कई साल से नकली एलईडी बनाने और बेचने का गोरखधंधा चल रहा था। एसएसपी केबी सिंह ने बताया कि सिटी कोतवाल धंनजय सिंह को मुखबिर से सूचना मिली कि अमरमाया कॉलोनी के एक घर में एलईडी बनाई और बेची जा रही है। नकली एलईडी का कारोबार पिछले लंबे वक्त से चल रहा था। इतना ही नहीं, ये नकली एलईडी आसपास के जिलों मे भी बेची जा रही थी। जनता को धोखा दिया जा रहा था।
पुलिस ने एक अभियुक्त को पकड़ा
सूचना मिलते ही सिटी कोतवाली पुलिस ने अमरमाया कॉलोनी में स्थित मुकेश चौधरी के मकान में छापा मारा, जहां पर नकली एलईडी पर ब्रांडेड स्टीकर लगाए जा रहे थे। खास बात ये है है एलईडी पर सोनी, सैमसंग, एलजी, और ओनिडा कम्पनियों के स्टीकर लगाये जा रहे थे। पुलिस ने मौके से 11 एलईडी, एक लैपटॉप और भारी मात्रा में स्टीकर बरामद किया है। पुलिस ने नरेश को मौके से गिरफ्तार किया है।
कमाते थे मोटा मुनाफा
सैमसंग, सोनी कम्पनी, माइक्रोमैक्स कम्पनी, सनसुई, ओनीडा कम्पनी, समेत 22 ब्रांडेड कम्पनियों के स्टीकर लगाकर बेचते थे। पुलिस पूछताछ में नरेश ने बताया कि दिल्ली के करोल बाग से एक एलईडी ढाई हजार रुपये मे खरीदकर लाते थे और उसे यहां लाकर ब्रांडेड कम्पनी के रैपर लगाकर 35 से 40 हजार की कीमत पर ग्राहकों को कम्पनी की एलईडी बताकर बेच देते थे। इतना ही नहीं नकली एलईडी आसपास के जिलों मे भी बेची जहा रही है।