VIDEO: डीएम ने मोबाइल पर जैसे ही ये देखा किया बाबू को तुरंत सस्पेंड
कई ग्रुप्स से होते-होते वीडियो डीएम योगेश कुमार तक पहुंच गई, जिसे ओपेन करते ही वो आग बबूला हो उठे।
अमेठी। सूबे में योगी सरकार आने के बाद प्रदेश के भ्रष्टाचार मुक्त भारत की अलख जगी थी, लेकिन सरकारी तंत्रों की रगों में दौड़ती घूसखोरी ने उसे कलंकित कर दिया है। बानगी के तौर पर अमेठी के जामो ब्लाक पर तैनात सहायक लिपिक सुरेंद्र यादव को ले लिया जाए। जिसने टेंडर की फाइल पास करवाने के लिए ठेकेदार से खुलेआम रिश्वत ली और इत्तेफाक से उसकी ये करतूत कैमरे में कैद हो गई। मामला जब डीएम के पास पहुंचा तो उन्होंने सस्पेंशन के लिए पत्र लिख कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
क्या है पूरा मामला?
यहां अमेठी में योगी सरकार के सख्त निर्देशों के बाद जहां अपराध बढ़ गया है वहीं डीएम अमेठी योगेश कुमार के कड़े तेवरों के बाद भी सरकारी मशीनरी सरकार को बदनाम करने से बाज नहीं आ रहे। अब जामों ब्लॉक में तैनात सहायक लेखाकार सुरेंद्र कुमार यादव को ही ले लीजिए, महाशय ने 6.70 लाख के टेंडर की फाइल हाथ में पकड़ी तो करीब 8 हजार रुपए लिए। गनीमत बस ये रही के देने वाले ठेकेदार ने सरकार को बदनाम कर रहे इस लेखाकार को फाइल पकड़ाते ही मोबाइल का कैमरा ऑन कर दिया। जनाब ने भी फाइल में लगे पेपर्स पर निगाह बाद में डाली पहले रिश्वत की रकम को लेकर बराबर गिना, जेब में रखकर फाइल पर एक सरसरी निगाह डाला और काम होने का कहकर फाइल को अलमारी में डाल दिया।
32 सेकेंड के वीडियो को देख आग-बबूला हो गए डीएम
उधर ठेकेदार ने मोबाइल कैमरे में रिकार्ड हुए वीडियो को कुछ समय बाद सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। कई ग्रुप्स से होते-होते वीडियो डीएम योगेश कुमार तक पहुंच गई, जिसे ओपेन करते ही वो आग बबूला हो उठे। इसके बाद डीएम ने करीब 32 सेकेंड के वीडियो को सुना और फिर कार्रवाई के लिए पेन उठा लिया।
डीएम ने कार्रवाई के लिए शासन को लिखा पत्र
अमेठी डीएम योगेश कुमार यादव ने बताया कि सहायक लेखाकार सुरेंद्र कुमार यादव का कृत्य गैर कानूनी है। उसके इस कदम से जनपद की छवि धूमिल हुई है और शासन का उल्लंघन भी हुआ है।
देखिए VIDEO...