सीएम के आदेश पर कब्र से निकाला गया युवक का शव, पढ़िए मामला
पीड़ित पिता ने बताया कि आरोपियों ने उस कागज कर हत्याकाण्ड को सड़क दुर्घटना का नाम देकर बिना पोस्टमार्टम कराए उसके बेटे के शव को नानौता ले आए व आनन-फानन में सुपुर्दे खाक करा दिया।
सहारनपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के आदेश पर एक ऐसे युवक का शव आठ माह बाद कब्र से बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, जिसकी आठ माह पूर्व बुलंदशहर में हुए एक कथित हादसे में मौत हो गई थी।
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मृतक के पिता ने लिखा सीएम को पत्र
नानौता कस्बा के मौहल्ला शेखजाद्गान निवासी नोमान सिद्दीकी उर्फ पप्पू पुत्र अहसान सिद्दीकी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर बताया था कि कस्बे के ही दो युवक जफर उर्फ शिब्बू पुत्र रिजवान व अब्दुल रहमान पुत्र हनीफ विगत 30 दिसम्बर 2016 को उसके घर पर आए थे और उसके 22 वर्षीय पुत्र शहराज सिद्दीकी उर्फ शेरी को बुलंदशहर के खुर्जा कस्बे के पास शादी समारोह में ले जाने की बात कहकर अपने साथ स्कार्पियों गाड़ी संख्या यूपी 11 बीए/ 1111 ले गए थे।
1 जनवरी 2017 की शाम करीब पांच बजे दोनों आरोपियों के परिजन उसके घर पर आए और एक सड़क दुर्घटना में उसके पुत्र शेरी की गंभीर हालत होने और अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी देकर उसे अपने साथ खुर्जा ले गए। आरोपियों के परिजनों ने बताया था कि जिस गाड़ी में सवार होकर तीनों युवक गए थे उस गाड़ी का ऐक्सीडेंट हो गया है व उसमें सवार तीनों युवको को गंभीर चोटें आई है। मृतक के पिता ने बताया कि अस्पताल पहुंचने पर उसे उसके बेटे से नहीं मिलने दिया गया व आरोपीगणों के परिजनों ने उसके कम पढ़ा लिखा होने का फायदा उठाकर एक कोरे कागज कर उसके हस्ताक्षर करा लिए।
बिना पोस्टमार्टम के ही साजिश से दफनाया शव
पीड़ित पिता ने बताया कि आरोपियों ने उस कागज कर हत्याकाण्ड को सड़क दुर्घटना का नाम देकर बिना पोस्टमार्टम कराए उसके बेटे के शव को नानौता ले आए व आनन-फानन में सुपुर्दे खाक करा दिया। मृतक के पिता ने बताया कि करीब दो माह बाद किसी व्यक्ति द्वारा उसे पता चला कि आरोपी युवक उसके पुत्र को किसी शादी समारोह में लेकर ही नहीं गए थे और न ही खुर्जा में उस दौरान कोई शादी समारोह आयोजित हुआ था। उसके पुत्र की सड़क दुर्घटना में नहीं बल्कि सुनियोजित तरीके से हत्या की गई है। उसके पुत्र की हत्या करने में नगर निवासी दोनों अरोपियों के साथ उनके खुर्जा निवासी अन्य साथी भी थे। जिसके सम्बन्ध में पीड़ित ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उसके पुत्र का पोस्टमार्टम कराकर उसके आधार पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की थी।
सीएम के आदेश के बाद कार्रवाई
सीएम आफिस से आदेश मिलने के बाद जिलाधिकारी पीके पांडे ने एसएसपी सहारनपुर को इस बाबत कार्रवाई करने के आदेश दिए। जिसके बाद गुरुवार को दोपहर बाद उपजिलाधिकारी रामपुर राकेश गुप्ता व थाना पुलिस की देखरेख में वीडियोग्राफी कराते हुए आठ माह पूर्व दफनाए गए शव को निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। वहीं मृतक के पिता का कहना है कि उसे केवल न्याय चाहिए। यदि कोई दोषी नहीं है तो वह भी कोई कार्रवाई नहीं चाहते है, परंतु यदि उसके पुत्र की पीएम रिपोर्ट में कोई भी हत्या सम्बन्धी बात पाई जाती है तो वह न्याय पाने व उसके पुत्र के हत्यारों को सजा दिलवाने से पीछे नहीं हटेगा।
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