वरुण गांधी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को लिखी चिट्ठी, कहा- 'Agnipath योजना से युवाओं में पनपेगा असंतोष'
वरुण गांधी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को लिखी चिट्ठी, कहा- 'Agnipath योजना से युवाओं में पनपेगा असंतोष'
लखनऊ, 16 जून: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने 14 जून को भारतीय सेना में 'अग्निपथ' नाम की योजना का ऐलान किया था। जिसके बाद से देश के कई राज्यों में इस योजना का भारी विरोध हो रहा है। बिहार के युवा सबसे ज्यादा उग्र है और सड़कों पर उतरकर प्रदर्शनकारी छात्र अपने गुस्से का इजहार कर रहे हैं। खबरों के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने कैमूर में ट्रेन को आग के हवाले कर दिया है। वहीं, उत्तर प्रदेश में भी कई शहरों में युवा सड़क पर उतर आए हैं। तो वहीं, अब 'अग्निपथ' योजना के विभिन्न प्रावधानों पर सवाल उठाते हुए भाजपा सांसद वरुण गांधी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को एक पत्र लिखा है।
पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने कहा कि 'केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना से जुड़े कई महत्वपूर्ण सवाल देश भर के युवाओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से मुझसे साझा किए है।' उन्होंने रक्षा मंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा, 'सेना में 15 साल की नौकरी के बाद रिटायर हुए नियमित सैनिकों को कॉरपोरेट सेक्टर नियुक्त करने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाते। ऐसे में चार साल की अल्पावधि के उपरांत इन अग्निवरों का क्या होगा? चार साल सेना में सेवा देने के दौरान इन युवकों की पढ़ाई बाधित होगी। साथ ही साथ अन्य समकक्ष छात्रों की तुलना में ज्यादा उम्रदराज होने के कारण अन्य संस्थानों में शिक्षा ग्रहण करने व नौकरी पाने में मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है।'
वरुण गांधी ने आगे लिखा कि, 'स्पेशल ऑपरेशन के समय सशस्त्र बलों में स्पेशलिस्ट कॉडर वाले सैनिकों की आवश्यकता होती है, ऐसे में महज छह महीने की बेसिक ट्रेनिंग प्राप्त इन सैनिकों के कारण वर्षों पुरानी रेजिमेंट संरचना बाधित हो सकती है। इस योजना से प्रशिक्षण लागत की बर्बादी भी होगी, क्योंकि 4 साल के उपरांत सेना इन प्रशिक्षित जवानों में केवल 25 प्रतिशत उपयोग ही करेगी। जो रक्षा बजट पर अनावश्यक बोझ साबित होगा। इस योजना के लागू होने के पश्चात हर वर्ष भर्ती किए गए युवाओं में से 75 प्रतिशत चार वर्षों के बाद पुन: बेरोजगार होंगे।'
बेरोजगारी की यह संख्या हर साल बढ़ती जाएगी। इससे देश के युवाओं में असंतोष और अधिक पनपेगा। हमें उन युवाओं के बारे में भी सोचना होगा जिनकी उम्र सीमा कोरोना एवं भर्ती सही समय पर नहीं होने के कारण पार कर गई है। वरुण गांधी ने लिखा कि बेरोजगार युवाओं के हितों को सर्वोपरि रखते हुए सरकार अतिशीघ्र इस योजना से जुड़ी नीतिगत तथ्यों को सामने लाए और अपने पक्ष साफ करें।