बंगाल की लड़की को प्रेमजाल में फंसा बिहार का युवक सूरत भगा लाया, परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने खोजा
सूरत। पश्चिम बंगाल के वीरभूमि जिले से एक लड़की को प्रेमजाल में फंसाकर बिहार के मोतीहारी जिले का युवक गुजरात के सूरत में ले आया। पिछले कुछ दिनों से वह छिपकर यहां रह रहा था। उधर, लड़की को उसके परिजन खोज रहे थे। वो नहीं मिली तो उन्होंने पुलिस से शिकायत कर दी। जिसके बाद सूरत पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप और पश्चिम बंगाल पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए युवक को सूरत के सचिन एरिया में खोज निकाला। लड़की को उसके परिजनों के हवाल कर दिया, वहीं युवक को पुलिस गिरफ्तार करके बंगाल ले गई।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपी युवक रूपेश कुमार पांडे उर्फ आरके (22) बिहार के मोतीहारी जिले के हलखोरी गांव का मूल निवासी है। रूपेश कोविड लॉकडाउन लागू होने से पहले तक महाराष्ट्र के पुणे शहर की बालेवाटी क्षेत्र की एक होटल में बतौर प्रबंधक काम करता था। उस दरम्यान उसका संपर्क फेसबुक पर पश्चिम बंगाल के वीरभूमि जिले के नालहट क्षेत्र में रहने वाली लड़की से हुआ। दोनों के बीच बातें होने लगीं। लड़की से नजदीकियां बढ़ने पर बीते 23 मई को वह नालहट पहुंच गया। वहां से लड़की को बहला-फुसला कर भगा ले गया।
13 साल की लड़की को नशीला पेय पिलाकर ले गए गए बाइक पर, फिर दुराचार किया, 2 गिरफ्तार
लड़की के परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। तब नालहट पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की। पुलिस को पूछताछ में पता चला कि, रूपेश सूरत के सचिन क्षेत्र में रहने वाले अपने किसी मित्र के यहां छिपा है। इस पर नालहट पुलिस की एक टीम सूरत पहुंची। पुलिस टीम ने एसओजी से मदद मांगी। एसओजी ने सचिन सुड़ा आवास स्थित साईंनाथ सोसायटी में रूपेश के मित्र के घर पर छापा मारा। वहां वे दोनों मिल गए। लड़की परिजनों को सौंप दी गई और रूपेश को गिरफ्तार कर लिया गया। लड़की का कहना है कि, रूपेश ने उसे बेच डालने की धमकी दी थी। वहीं, परिजनों का कहन है कि, रूपेश ने हमारी बेटी को लौटाने के एवज में 6 लाख रुपए की मांग की थी।