'कोकीन की लत के बाद रिहैब सेंटर बड़ा भयानक था', अकरम ने बताया रिटायरमेंट के बाद उन पर क्या बीती
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम ने एक हैरानी भरा खुलासा किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि उनको रिटायरमेंट के बाद कोकीन लेने की लत पड़ चुकी थी। ये सब उन्होंने अपनी ऑटोबायोग्राफी Sultan: A Memoir में कहा। अपनी स्विंग और तेज गेंदबाजी की सब कला में माहिर वसीम को देखकर दुनिया के कई गेंदबाज बड़े हुए हैं। खासकर बाए हाथ के गेंदबाजों के वे आदर्श हैं। उनका स्वभाव भी कई युवाओं को जीवन में बेहतर इंसान बनने की ओर प्रेरित करता है। वसीम नापतौल कर बातचीत करने के लिए जाने जाते हैं और एक सेंसिटिव इंसान भी हैं।
डेढ़ महीना रिहैब सेंटर में बिताना पड़ा
उन्होंने बताया नशे की वो लत छुड़ाने के लिए उन्होंने डेढ़ महीना रिहैब सेंटर में बिताना पड़ा। वे 2003 में इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायर हुए थे जिसके बाद ये लत पड़ी।
वसीम अकरम वनडे और टेस्ट दोनों में देश के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। अकरम ने 104 टेस्ट में 414 विकेट और 356 एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में 502 विकेट लिए। उन्होंने 1999 में अपनी टीम को ICC विश्व कप फाइनल तक पहुंचाया।
द ग्रेड क्रिकेटर के साथ एक इंटरव्यू में वसीम अकरम ने खुलासा किया कि कैसे उन्हें कोकीन की लत लग गई। महान तेज गेंदबाज ने कहा कि वह दवा के बिना किसी भी बिंदु पर सोशलाइज नहीं कर पा रहे थे, और जब उनकी पहली पत्नी हुमा को उनकी लत के बारे में पता चला, तो उन्होंने उन्हें रिहैब पर जाने के लिए मनाने की कोशिश की लेकिन तब भी चीजें वैसी नहीं हुई जैसी उम्मीदें थी।
कोकीन के बिना काम नहीं कर सकता था
अकरम ने द ग्रेड क्रिकेटर पॉडकास्ट में कहा, "इंग्लैंड में, एक पार्टी में किसी ने कहा 'आप इसे आजमाना चाहते हैं?' मैं रिटायर हो चुका था, मैंने हां कह दिया। तब एक लाइन एक ग्राम बन गई थी। मैं पाकिस्तान वापस आ गया। कोई नहीं जानता था कि यह क्या था लेकिन यह उपलब्ध था। मुझे एहसास हुआ, मैं इसके बिना काम नहीं कर सकता, जिसका मतलब है कि मैं इसके बिना सामाजिक काम भी नहीं कर सकता। यह बद से बदतर होता गया। मेरे बच्चे छोटे थे। मैं अपनी पत्नी को बहुत तंग कर रहा था। हमारे बीच बहस होती थी और उसने कहा कि मुझे मदद की जरूरत है।
पाकिस्तान में उन्हें जो मिला वह भयानक था
"उसने कहा कि एक रिहैब है, आप वहां जा सकते हैं। मैंने कहा ठीक है, मैं वहां एक महीने के लिए जाऊंगा, लेकिन उन्होंने मेरी मर्जी के खिलाफ मुझे वहां ढाई महीने तक रखा। जाहिर है, यह दुनिया में अवैध है, लेकिन पाकिस्तान में नहीं। इससे मुझे मदद नहीं मिली। जब मैं बाहर आया, तो मेरे अंदर एक विद्रोही आ गया। ये मेरा पैसा था और मेरी इच्छा के खिलाफ मुझे इतनी भयानक जगह पर लिखा।"
अपने रिहैब अनुभव के बारे में आगे बात करते हुए 1992 के विश्व कप विजेता ने कहा कि उनको यकीन था कि रिहैब सेंटर काफी अलग किस्म की बढ़िया जगह होती होगी लेकिन पाकिस्तान में उन्हें जो मिला वह भयानक था।
उन्होंने कहा, "पश्चिमी फिल्मों में, यहां तक कि ऑस्ट्रेलिया में भी आप देखते हैं कि रिहैब में सुंदर बड़े लॉन हैं, लोग लेक्चर देते हैं, आप जिम जाते हैं। लेकिन मैं एक जगह (पाकिस्तान में) गया जहां एक गलियारा और आठ कमरे थे, बस। यह बहुत कठिन था। यह एक भयानक समय था।"