एजबेस्टन टेस्ट में हुई हार के लिए बल्लेबाजों पर बरसे बुमराह, जानिए मैच के बाद कप्तान का रिएक्शन
बर्मिंघम, जुलाई 05। एजबेस्टन टेस्ट में इंग्लैंड ने भारत को 7 विकेट से मात दे दी है। इस जीत के साथ ही इंग्लैंड ने पांच मैचों की सीरीज को 2-2 से बराबर कर लिया है। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के लिए यह टेस्ट मैच बतौर कप्तान पहला मुकाबला था। बुमराह ने हालांकि इस मैच में गेंदबाजी के साथ-साथ अपनी बल्लेबाजी से भी अच्छा योगदान दिया था, लेकिन उनके साथ टीम के अन्य खिलाड़ियों ने ऐसा प्रदर्शन नहीं किया कि भारत को जीत दिलाई जा सके।
हम बल्ले से थोड़ा कम रह गए- बुमराह
बर्मिंघम में हुई शर्मनाक हार को लेकर भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमराह की प्रतिक्रिया आई है। बुमराह ने हार के लिए सबसे पहले बल्लेबाजों को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर बारिश की वजह से मैच प्रभावित नहीं हुआ होता तो भी मैच का रिजल्ट कुछ और हो सकता था। मैच खत्म होने के बाद बुमराह ने कहा कि हम बल्ले से थोड़ा कम पड़ गए, क्योंकि हमें और अधिक रनों का लक्ष्य इंग्लैंड के सामने रखना चाहिए था, इसी वजह से मैच हमसे दूर जाता चला गया।
बारिश भी न होती तो हम सीरीज जीत सकते थे- बुमराह
जसप्रीत बुमराह ने हार के लिए बारिश को भी जिम्मेदार माना। भारतीय कप्तान ने कहा कि अगर आप मैच को पीछे जाकर देखेंगे तो यह भी पता चलेगा कि अगर बारिश की वजह से मैच प्रभावित नहीं हुआ होता तो हम सीरीज जीत सकते थे, लेकिन किस्मत के आगे क्या कहा जा सकता है। बुमराह ने इंग्लैंड के खेल की तारीफ करते हुए कहा कि इंग्लैंड ने वास्तव में अच्छा क्रिकेट खेला और हमने सीरीज ड्रॉ कर दी है। दोनों टीमों ने शानदार क्रिकेट खेला और एक उचित परिणान निकलकर सामने आया।
जडेजा और पंत हमें गेम में लेकर आए थे- बुमराह
कप्तान बुमराह ने इस दौरान ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा की साझेदारी की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि पंत और जडेजा की पार्टनरशिप ने ही हमें गेम में वापस ला दिया था। इस साझेदारी में पंत ने चांस लिए तो वहीं जड्डू ने काउंटर अटैक किया। इस पूरे खेल में कोच द्रविड़ हमेशा हमारा मार्गदर्शन करने और हमारा समर्थन करने के लिए मौजूद रहे।
कप्तानी मेरे लिए सम्मान की बात थी- बुमराह
आखिर में बुमराह ने गेंदबाजों की भी क्लास लगाते हुए कहा कि हमें अपनी गेंदबाजी लाइन में थोड़ा बदलाव करने की जरूरत थी। बुमराह ने कहा कि हमारे गेंदबाजों ने परिवर्तनशील उछाल का इस्तेमाल सही ढंग से नहीं किया। इस दौरान बुमराह ने कप्तानी को एक चुनौती बताते हुए कहा कि मुझे जिम्मेदारी पसंद है, मेरे लिए टीम का नेतृत्व करना सम्मान की बात थी और यह शानदार अनुभव था।