U19 WC 2022: बावा-रघुवंशी के दम पर भारत ने रचा इतिहास, हासिल की विश्वकप की सबसे बड़ी जीत
नई दिल्ली। वेस्टइंडीज की सरजमीं पर खेले जा रहे अंडर 19 विश्वकप के आखिरी लीग स्टेज मैच में भारतीय टीम का सामना युगांडा से हुआ, जिसके खिलाफ भारतीय टीम के राजा बावा (162*) और अंगरिक्ष रघुवंशी (144) ने शतकीय पारियां खेलकर टीम को रिकॉर्ड जीत दिलाई। भारतीय टीम ने युगांडा के खिलाफ 326 रनों की विशाल जीत हासिल कर ग्रुप बी को टॉप कर लिया है और अब उसका सामना 29 जनवरी को डिफेंडिंग चैम्पियन बांग्लादेश से होगा। इस क्वार्टरफाइनल मैच में भारतीय टीम पिछले अंडर-19 विश्वकप की फाइनल में मिली हार का बदला लेने की कोशिश करती नजर आयेगी।
पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम के लिये सलामी बल्लेबाज रघुवंशी (144) और हरनूर सिंह पन्नु (15) ने 40 रनों की साझेदारी की, लेकिन तेज गेंदबाजों ने हरनूर का विकेट लेकर पहली सफलता हासिल कर ली। कप्तान निशांत संधु (15) भी 45 रन जोड़कर वापस पवेलियन लौट गये जिसके बाद भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार बल्लेबाजी की और रघुवंशी और राज बावा ने मिलकर तीसरे विकेट के लिये 206 रनों की साझेदारी कर डाली।
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जहां रघुवंशी ने 120 गेंदों का सामना करते हुए 22 चौके और 4 छक्कों की मदद से 144 रनों की पारी खेली तो वहीं पर 18 वर्षीय राज बावा ने 108 गेंदों में नाबाद 162 रन बना डाले। राज बावा ने 14 चौके और 8 छक्कों की मदद से अंडर 19 विश्वकप में सबसे बड़ा निजी स्कोर बनाने वाले भारतीय खिलाड़ी का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। राज बावा ने इस मामले में शिखर धवन के 18 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया, जिसके तहत उन्होंने 2004 के अंडर19 विश्वकप में स्कॉटलैंड के खिलाफ नाबाद 155 रनों की पारी खेली थी।
बल्लेबाजों के जबरदस्त प्रदर्शन के दम पर भारतीय टीम ने निर्धारित 50 ओवर्स में 5 विकेट खोकर 405 रनों का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया। जवाब में युगांडा की टीम 79 रन पर ही ऑल आउट हो गई। युगांडा की टीम के 6 बल्लेबाज खाता नहीं खोल सके तो वहीं पर सिर्फ 2 ही बल्लेबाज दहांई के आंकड़े को पार कर सके। वहीं दो बल्लेबाजों ने 5-5 रन का योगदान दिया। भारतीय टीम के लिये कप्तान निशांत सिंधु ने 4.4 ओवर्स में 19 रन देकर 4 विकेट अपने नाम किये तो वहीं हांगरेकर के खाते में 2 विकेट आये।
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भारतीय टीम ने बल्लेबाजों की दो शतकीय पारी और गेंदबाजी के एकतरफा प्रदर्शन के दम पर 326 रनों की विशाल जीत हासिल की और अंडर-19 कैटेगरी के खेले गये वनडे मैचों के इतिहास में भारत की सबसे बड़ी जीत दर्ज की। इससे पहले भारत के नाम सबसे बड़ी जीत 270 रन की थी जो उसने 2004 में ढाका के मैदान पर स्कॉटलैंड के खिलाफ हासिल की थी। इस लिस्ट में तीसरी जीत 2014 के अंडर 19 विश्वकप में आयी थी जब भारत ने संजू सैमसन (85) की पारी के दम पर 301 रनों का स्कोर खड़ा किया था और जवाब में पीएनजी की टीम 56 रन पर ऑल आउट हो गई थी। भारत ने 245 रनों से यह जीत हासिल की थी।
वहीं ओवरऑल रिकॉर्ड की बात करें तो भारतीय टीम की यह जीत दूसरे पायदान पर काबिज है। ऑस्ट्रेलिया ने साल 2002 के अंडर 19 विश्वकप में केन्या के खिलाफ 480 रन को स्कोर खड़ा किया था और केन्या की टीम महज 50 रन पर सिमट गई थी। ऑस्ट्रेलिया ने 430 रन से जीत हासिल कर यह रिकॉर्ड अपने नाम किया है।