क्रिकेट में गांधीगिरी : रोहित शर्मा के ‘अहिंसक’ छक्के
रोहित शर्मा सिक्सर किंग हैं। 139 टी-20 मैचों में उन्होंने 177 छक्के मारे हैं। उनके छक्के मारने की अदा सबसे निराली है। इनके बारे में कहा जाता है- मिनिमन एफर्ट, मैक्सिमम रिजल्ट।
नई दिल्ली, 27 सितंबर: रोहित शर्मा सिक्सर किंग हैं। 139 टी-20 मैचों में उन्होंने 177 छक्के मारे हैं। उनके छक्के मारने की अदा सबसे निराली है। इनके बारे में कहा जाता है- मिनिमन एफर्ट, मैक्सिमम रिजल्ट। तीन साल पहले क्रिकेट जानकार संबित बल ने रोहित शर्मा के बारे में लिखा था, रोहित शर्मा और उनके अहिंसक छक्के मारने की कला (रोहित शर्मा एंड द आर्ट ऑफ नॉन वायलेंट सिक्स)। यानी रोहित क्रिकेट में गांधीगिरी कर रहे हैं। वे शांति पूर्ण तरीके से प्रदर्शन (छक्के मारना) कर रहे हैं। उनके प्रदर्शन में बलप्रयोग नहीं है। उनके छक्के अहिंसक हैं। वे शांतचित्त हो कर गेंद की गति का इस्तेमाल करते हैं। कमाल की टाइमिंग होती है। फिर गेंद बाउंड्री के बाहर। वे छक्का 'मारते' नहीं बल्कि लगाते हैं। आज वो सबसे ऊंचे मुकाम पर खड़े हैं। मार्टिन गुप्टिल, क्रिस गेल, आंद्रे रसेल, इयान मॉर्गन, एरोन फिंच भी छक्का मारने में माहिर हैं। लेकिन इनका प्रदर्शन शक्ति का प्रतीक है। जबकि रोहित शर्मा गांधीगिरी का अनुशरण करते हुए सुकून के साथ अपने काम को अंजाम देते हैं।
वे जादू की तरह बस गेंद को छूते हैं
वे गेंद को छूते भर हैं और वह हवाई यात्रा पर निकल पड़ती है। यह 'मैजिक टच' उनकी ऐसा कला है जो उन्हें खास बना देती है। पांच साल पहले उन्होंने इंदौर में श्रीलंका के खिलाफ टी-20 मुकाबले में 35 गेंद पर शतक ठोका था। उन्होंने टी-20 में सबसे तेज शतक के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी की थी। डेविड मिलर ने भी 2017 में ही (दो महीना पहले) 35 गेंदों पर सेंचुरी मारी थी। इस पारी रोहित ने 12 चौके और 10 छक्के मारे थे। जब उनसे उनके गगनचुंबी छक्कों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा था, निश्चित रूप से मेरे पास उतनी शक्ति नहीं है। मैं किसी और चीज की बजाय गेंद को टाइम करने पर ज्यादा यकीन करता हूं।
“कमजोरी और ताकत, दोनों जानता हूं”
रोहित ने आगे कहा था, मैं अपनी कमजोरी और ताकत, दोनों जानता हूं। जो मैं बेहतर कर सकता हूं, वही मैदान पर करने की कोशिश करता हूं। विपक्षी टीम जिस तरह से फील्डिंग सजाती है उसी के हिसाब से मैं सोचता हूं कि किस एरिया में चौके या छक्के आ सकते हैं। आप सभी जगह फील्डर नहीं खड़ा सकते। मैं गैप को देखता हूं। मैं किसी एक एरिया में नहीं बल्कि हर एरिया में खेलना पसंद करता हूं। गेंदबाज को देखता हूं। फिर शॉट लगाता हूं। यही मेरी ताकत है। मैं ये सोच कर मैदान पर नहीं आता कि आज कितने रन बनाऊंगा, कितने छक्के मारूंगा। टीम की जरूरत और अपनी समझ से खेलता हूं। इसी क्रम में चौके- छक्के आ जाते हैं।
रोहित के बल्ले से निकला पांच लाख का छक्का
आइपीएल-2022 रोहित शर्मा के लिए बहुत निराशाजनक रहा था। लेकिन इस नाकामी में भी उनका एक छक्का काफी मशहूर हुआ था। इस छक्के से उन्हें पांच लाख रुपये का इनाम मिला था जो उन्होंने काजीरंगा नेशनल पार्क के गेंडों की देखभाल पर खर्च किये थे। आइपीएल प्रायोजक टाटा मोटर कंपनी ने प्रचार के लिए स्टेडियम में 'पंच' कार रखी थी। उसने एलान किया था कि जो बल्लेबाज इस कार को हिट करेगा उसे पांच लाख रुपये का इनाम मिलेगा। यह इनाम नेक मकसद में खर्च किया जाना था। विजेता को ये रकम गेंडों की देखभाल पर खर्च करनी थी। ये इनाम रोहित शर्मा को मिला था।
कार का शीशा तोड़ा
मुम्बई इंडियंस और गुजरात टाइटंस के बीच मुकाबला था। रोहित बैटिंग कर रहे थे। गुजरात के अल्जारी जोसेफ दूसरा ओवर फेंक रहे थे। रोहित ने पहली दो गेंदों पर दो चौके मारे। फिर ओवर की अंतिम गेंद पर छक्का लगाया। अल्जारी की छठी गेंद फुलर लेंथ की थी। रोहित बैकफुट पर गये और अपना सारा वेट पिछले पांव पर ट्रांसफर किया और गेंद को मिड विकेट के ऊपर से लॉफ्ट कर दिया। गेंद सीमा रेखा से बाहर खड़ी पंच कार के शीशे से टकरायी और वह चकनाचूर हो गया। टाटा कंपनी को अपनी घोषणा के मुताबिक रोहित को यह इनाम देना पड़ा था।
पारी की पहली ही गेंद पर छक्का
रोहित शर्मा भारत के पहले बल्लेबाज हैं जिन्होंने टी-20 इंटरनेशनल में पारी की पहली ही गेंद पर छक्का लगाया है। ये कारनामा उन्होंने 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ किया था। इंग्लैंड की तरफ से आदिल रशीद पहला ओवर फेंक रहे थे। उन्होंने पहली गेंद ही गुगली डाली। लेकिन रोहित ने गेंद को भांप लिया और उसे छह रनों के लिए सीमा रेखा से बाहर भेज दिया था। वेस्टइंडीज के ड्वेन स्मिथ दो बार और पाकिस्तान के कामरान अकमल, न्यूजीलैंड के मार्टिन गुप्टिल, कॉलिन मुनरो और अफगानिस्तान के हजरतुल्ला जेजई एक बार यह कारनामा कर चुके हैं। इस तरह रोहित शर्मा के छक्कों की कहानी कई रंग लिये हुए है।