इतना बढ़िया भी नहीं था रवि शास्त्री का बर्ताव, दिनेश कार्तिक ने बताया सहनशक्ति में ढीला था 'कोच'
नई दिल्ली, 17 अगस्त: भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री के बारे में एक खुलासा किया है। रवि शास्त्री को हम विराट कोहली के साथ जबरदस्त जुगलबंदी बनाने के लिए याद करते हैं और इन दोनों के कार्यकाल में भारत ने टेस्ट क्रिकेट में काफी तरक्की की थी। रवि शास्त्री थोड़े बड़बोले हैं और मुंबई के स्टाइल में जिंदगी को जीने के लिए जाने जाते हैं। आमतौर पर बेफिक्र आदमी समझे जाने वाले रवि शास्त्री अपने कोचिंग के कार्यकाल के दौरान गंभीर भी दिखाई दिए थे।
खिलाड़ियों की ज्यादा तारीफ नहीं करते थे
हालांकि वे कोचिंग छोड़ने के बाद फिर से कमेंट्री की दुनिया में लौट आए हैं और अपनी रंगीन जिंदगी जी रहे हैं। इस बीच दिनेश कार्तिक ने बताया है कि रवि शास्त्री अपने कोचिंग कार्यकाल के दौरान अपने खिलाड़ियों की ज्यादा तारीफ नहीं करते थे। शास्त्री का कार्यकाल वो था जहां भारत ने ऑस्ट्रेलिया में उसी की धरती पर जाकर लगातार दो टेस्ट सीरीज जीती और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का पहला फाइनल मुकाबला भी खेला। दिनेश कार्तिक का मानना है कि शास्त्री खिलाड़ियों के कुछ स्पेशल चीजें कराने की ओर देखते रहते थे।
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उन लोगों को बर्दाश्त नहीं कर पाते थे जो..
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक दिनेश कार्तिक ने क्रिकबज से बात करते हुए बताया है कि, रवि शास्त्री उन लोगों को बर्दाश्त नहीं कर पाते थे जो एक खास गति से बल्लेबाजी नहीं कर पाते थे, जैसी शास्त्री को चाहिए थी। या फिर कोई ऐसा खिलाड़ी जो नेट में तो अलग तरीके से खेल रहा हो और फिर मैच में बिल्कुल अलग तरीके से खेले। ये सब रवि शास्त्री ने कभी पसंद नहीं किया कि लोग नेट और मैच में बहुत अलग तरीके से खेलें। इन बातों की शास्त्री ने कभी तारीफ नहीं की।
विफलताओं को लेकर बहुत कम सहनशक्ति
कार्तिक ने कहा कि, रवि शास्त्री को अच्छे से पता था कि वे टीम से क्या चाहते हैं लेकिन वे विफलताओं को लेकर बहुत कम सहनशक्ति रखते थे।वह हमेशा लोगों को बहुत बेहतर करने के लिए धकेलते रहते थे।
भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज ने यह भी खुलासा किया कि रवि शास्त्री ने एक कोच के तौर पर अपनी प्रतिभा का भरपूर इस्तेमाल किया और उन्होंने उस उम्मीद से बेहतर काम करके दिखाया जो उनसे नहीं की थी।
एक खिलाड़ी के तौर पर रवि शास्त्री इतने प्रतिभाशाली नहीं थे
दिनेश कार्तिक ने रवि शास्त्री को लार्जर देन लाइफ जीने वाला बंदा बताया और कहा कि वह हमेशा खिलाड़ियों को स्पेशल चीजें कराने के लिए आगे की ओर धकेलते रहते थे।
कार्तिक कहते हैं कि, मुझे लगता है एक खिलाड़ी के तौर पर रवि शास्त्री इतने प्रतिभाशाली नहीं थे लेकिन उन्होंने एक कोच के तौर पर अपनी प्रतिभा को पूरा किया। उन्होंने उस उम्मीद से बेहतर किया जो उनसे लगाई गई थी। वह कुछ ऐसे इंसान थे जो हमेशा खिलाड़ियों को स्पेशल चीजें करते देखना चाहते थे।
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