सोनभद्र: लैंको परियोजना में ब्वायलर की शटरिंग गिरने से 13 मजदूर घायल, 5 की हालत गंभीर
सोनभद्र। खबर उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले से है, यहां रविवार (04 मार्च) की सुबह बड़ा हादसा हो गया। हालांकि, इस हादसे में किसी की मौत को कोई सूचना नहीं है, लेकिन 13 मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। दरअसल, यहां 1200 मेगावाट की अनपरा सी लैंको परियोजना में अचानक ब्वायलर का भाड़ा (शटरिंग) गिर गया। इसमें 13 श्रमिक घायल हो गए। इस घटना से परियोजना में हड़कंप मच गया है। वहीं, दुर्घटना में घायलों को तत्काल अनपरा परियोजना अस्पताल ले जाया गया, जिनमें से पांच की हालत गंभीर देखते हुए उन्हें सीमावर्ती मध्य प्रदेश के जयंत में स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

खबरों के मुताबिक, अनपरा क्षेत्र में स्थित लैंको पावर परियोजना में तड़के 600 मेगावाट की यूनिट नंबर 2 में मेंटेनेंस का कार्य हो रहा था और यूनिट को शटडाउन किया गया था। मेंटेनेंस कार्य के दौरान बॉयलर का ढांचा भरभरा कर गिर गया। इस दुर्घटना में संविदा कम्पनी मेसर्स मालती इंटरप्राइजेज और मेसर्स पावर मेक प्रोजेक्ट लिमिटेड के 13 श्रमिक घायल हो गए। परियोजना प्रशासन ने पुलिस को लिखे पत्र में बताया है कि इनमें से 8 श्रमिकों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। लेकिन पांच की हालत को गंभीर देखते हुए उन्हें मध्य प्रदेश के जयंत स्थित परियोजना अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत अब खतरे से बाहर है।
परियोजना प्रशासन के खिलाफ मजदूरों ने की नारेबाजी
हादसे के बाद मौके पर बिजली परियोजना के आला अधिकारी और पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। घटना के बाद परियोजना प्रशासन का गेट बंद कर दिया गया और किसी के भी अंदर जाने पर रोक लगा दी गई। तो वहीं, हादसे की खबर पाकर तमाम मजदूर व उनके परिजन यूनिट के बाहर जुट गए। वे परियोजना के भीतर हादसा स्थल पर जाने की जिद करने लगे। पुलिस ने उन्हें रोका तो नारेबाजी की गई। पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि समझा बुझाकर लोगों को शांत कर दिया गया है।
सीएम योगी ने लिया मामले का संज्ञान
जिला प्रशासन की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, लैंको कंपनी के थर्मल पावर प्लांट में हुई दुर्घटना का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन को निर्देशित किया है कि मौके पर तत्काल राहत कार्य कराया जाए। घायलों का उचित इलाज कराया जाए और गंभीर घायलों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों पर भेजा जाए। मौके पर किसी प्रकार की अव्यवस्था न होने पाए। उन्होंने अपर मुख्य सचिव ऊर्जा को घटना की जांच के निर्देश दिए हैं। घटना की जांच करते हुए जिम्मेरी तय की जाएं और तत्काल प्रभावी कार्रवाई की जाए।
ये भी पढ़ें:- UP के 2498 पंचायत भवनों को डिजिटल करेगी योगी सरकार, जानिए क्या-क्या होंगे फायदे