किसान का कांस्टेबल बेटा बना IPS, जानिए फिर चर्चा में क्यों आई विजय सिंह गुर्जर की सक्सेस स्टोरी?
गुजरात कैडर के आईपीएस विजय सिंह गुर्जर राजस्थान के झुंझुनूं के जिले की नवलगढ़ तहसील के गांव देवीपुरा के रहने वाले हैं। IPS Vijay Singh Gurjar साल 2010 में दिल्ली पुलिस में सब इंस्पेक्टर बने थे।
आज से ठीक 12 साल पहले दिल्ली की यह सुबह काफी सर्द थी। दिन उगने के साथ ही चटक धूप खिल आई थी। तब दर्जनों परिवारों की उम्मीदों को पंख लगे थे। इनके बेटे दिल्ली पुलिस में थानेदार बने और उनके कंधों पर सितारे और माथे पर अशोक स्तम्भ सजा थे। बेटे को अफसर बनता देखने वालों में राजस्थान के किसान लक्ष्मण सिंह गुर्जर भी शामिल थे।
IPS विजय सिंह गुर्जर का गांव
राजस्थान के झुंझुनूं जिले में नवलगढ़-उदयपुरवाटी रोड पर स्थित गांव देवीपुरा के अपने खेत में खेती-बाड़ी करके बेटे विजय सिंह गुर्जर को पढ़ा-लिखाकर काबिल बनाने वाले लक्ष्मण सिंह के लिए तो बेटे का दिल्ली पुलिस में सब इंस्पेक्टर बनना कोई वर्षों पुराना ख्वाब पूरा होने के जैसा था, मगर बेटे विजय ने इससे भी बड़ा ख्वाब देख रखा था और उसे पूरा भी कर दिखाया।
आईपीएस विजय सिंह गुर्जर वर्तमान पोस्टिंग
विजय कुमार गुर्जर वो शख्स हैं, जिन्होंने दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल, सब इंस्पेक्टर और फिर सेंट्रल एक्साइज केरल व आयकर विभाग दिल्ली में इंस्पेक्टर बनने के बाद भी आईपीएस अधिकारी बनने के लिए मेहनत करना नहीं छोड़ी और यूपीएससी की तैयारी जारी रखी थी लगातार प्रयास करके गुजरात कैडर में साल 2018 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी बन गए। वर्तमान में कमांडेंट एसआरपी ग्रुप-14, वलसाड के पद पर सेवाएं दे रहे हैं।
आईपीएस विजय सिंह गुर्जर की सक्सेस स्टोरी
आज हम आईपीएस विजय सिंह गुर्जर की सक्सेस स्टोरी का जिक्र इसलिए कर रहे हैं कि खुद विजय सिंह गुर्जर ने दिल्ली पुलिस सब इंस्पेक्टर बनने वाले संस्मरण याद किए हैं। दरअसल, विजय सिंह गुर्जर ने दिल्ली कांस्टेबल बनने के समय की एक तस्वीर 2 दिसम्बर 2022 को अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि 'दिल्ली पुलिस के मेरे बैचमेट्स थानेदारों को सेवा में 12 वर्ष पूर्ण होने पर बधाई। दिल्ली पुलिस सब इंस्पेक्टर का 35वाँ बैच, 2010 साल। जब भी किसी भी ट्रेनिंग संस्थान में जाता हूँ तो PTC झाड़ोदा कलाँ, उस्तादों और हमारे CDI विजय वीर जी को याद करता हूँ।'
आईपीएस विजय सिंह की शिक्षा
वन इंडिया हिंदी से पूर्व में एक इंटरव्यू में आईपीएस विजय सिंह गुर्जर ने बताया था कि वे पढ़ाई औसत विद्यार्थी रहे, मगर सही समय और सही रणनीति से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करके आईपीएस बन पाए हैं। अपने गांव देवीपुरा बणी के एक निजी स्कूल से साल 2002 में 54.5 प्रतिशत अंकों के साथ दसवीं पास करने वाले विजय सिंह ने साल 2004 में 12वीं में 67.23 प्रतिशत अंक पाए। राजकीय संस्कृत आचार्य कॉलेज चिराना से साल 2009 में संस्कृत संकाय में 54.5 प्रतिशत अंकों के साथ ग्रेजुएशन की।
आईपीएस विजय सिंह गुर्जर की जीवन परिचय
जन्म - 1987
गांव
-
देवीपुरा,
नवलगढ़
झुंझुनूं
राजस्थान
पिता
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लक्ष्मण
सिंह
माता
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चंदा
देवी
छोटा
भाई
-
अजय
गुर्जर
पटवारी
बहनें
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सुमित्रा,
मैनावती
व
प्रियंका
पत्नी
-
सुनिता
देवी,
भादवासी
सीकर
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