राजस्थान: नागौर में 50 करोड़ टिड्डियों का हमला, MP हनुमान बेनीवाल ने शेयर किया चौंकाने वाला यह VIDEO
नागौर। कोरोना संकट के बीच राजस्थान के कई जिलों में नई आफत आ गई है और ये है टिड्डी दल। पश्चिम की तरफ से भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पार करके आने वाला टिड्डी दल सीमावर्ती जिलों के साथ-साथ राजस्थान के अन्य जिलों को भी अपनी चपेट में लेने लगा है। अब नागौर जिले से खबर है कि वहां टिड्डी दल ने हमला कर दिया है। जिले में एक साथ 50 करोड़ की संख्या में टिड्डी प्रवेश कर चुकी हैं, जो फसलों के लिए पलभर में तबाह कर सकती हैं।
एक दल में होती हैं करीब 8 करोड़ टिड्डी
यूं तो भारत-पाकिस्तान सीमा से श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर लगते हैं। सीमा पार से आनी वाली टिड्डी सबसे पहले इन्हीं जिलों में पहुंचती हैं, मगर रविवार को जोधपुर के रास्ते टिड्डियों के छह दल नागौर में प्रवेश किया है। टिड्डियों का नया दल रविवार को नागौर जिले की मूण्डवा तहसील क्षेत्र के संखवास व आसपास के गांवों में दिखाई दिया है। एक से दो वर्ग किलोमीटर में चलने वाले एक दल में करीब 8 करोड़ टिड्डी होती हैं।
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सांसद हनुमान बेनीवाल ने शेयर किया वीडियो
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें रास्ते में टिड्डी दल दिखाई दे रहा है। सांसद बेनीवाल ने केन्द्रीय कृषि मंत्री कैलाश चौधरी व राजस्थान के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया को टैग करते हुए नागौर जिले के खिंवसर क्षेत्र के कई गांवों में टिड्डी दल का हमला हुआ है। इन्हें तत्काल रोककर हम बड़ी तबाही रोक सकते हैं। जिम्मेदारों को निर्देश जारी करें।
देवरी व डोडवाड़ी गांवों में दवा का छिड़काव
मीडिया से बातचीत में कृषि विभाग के कृषि अधिकारी (पौध संरक्षण) शंकरराम सियाक बताते हैं कि कृषि विभाग व ट्टिडी विभाग ने ग्रामीणों के सहयोग से रविवार को जिले की मकराना तहसील के देवरी व डोडवाड़ी गांवों में फैले टिड्डी दल व मेड़ता तहसील के गगराना में टिड्डी दल पर लेमडा 5 प्रतिशत, क्लारोपायरीपॉस 50 प्रतिशत ईसी व मेलाथियान का छिड़काव कर टिड्डियों को मारा है।
कृषि अधिकारियों की तीन टीमें गठित
नागौर जिले में टिड्डियों को नियंत्रित करने के लिए सहायक निदेशक पन्नालाल जाट, कृषि अनुसंधान अधिकारी श्योपालराम, मेड़ता सिटी से सहायक निदेशक अणदाराम चौधरी, कृषि अधिकारी रामप्रकाश बेड़ा, कुचामन सिटी से सहायक निदेशक रेखा कुमावत, कृषि अधिकारी कमलेश कुमार व डॉ. पीडी चौधरी आदि के नेतृत्व में तीन टीमें गठित की हैं। ये टीमें ग्रामीणों के साथ मिलकर दिन में टिड्डी दलों की ट्रेकिंग करने के साथ रात को कीटनाशकों का छिडक़ाव कर नियंत्रण का प्रयास कर रही हैं।
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