Kidnap Case Sikar : 15 गाड़ियों में सवार 70 ग्रामीणों ने बदमाशों को घेरा, मां उसी गांव में बनवाएगी मंदिर
सीकर, 5 अक्टूबर। राजस्थान के सीकर शहर में कोचिंग संचालक महावीर हुड्डा के नौ वर्षीय बेटे धीरीश उर्फ गुन्नू हुड्डा अपहरण केस में पुलिस को ग्रामीणों की मदद से जल्द ही कामयाबी मिल गई। मंगलवार सुबह साढ़े सात बजे गुन्नू का बोलेरो सवार बदमाशों ने अपहरण किया और शाम होते-होते उसे झुंझुनूं जिले के भाटीवाड़ गांव में छोड़कर पैदल ही भाग गए। वहां से सीकर व झुंझुनूं पुलिस ने बच्चे की सकुशल वापसी करवाई है।
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गुन्नू की मां ने ग्रामीणों का आभार जताया
बेटे के अपहरण के बाद मां का रो रोकर बुरा हाल हो गया था। दिन भर उसने खाना तक नहीं खाया। देर शाम बेटे के सकुशल मिल जाने और सीकर पुलिस द्वारा बेटे को घर लेकर आने की सूचना पर गुन्नू की मां ने कहा कि भाटीवाड़ गांव के लोगों का यह अहसान को वो जिंदगीभर नहीं भूलेगी कि उन्होंने उसके बेटे को अपहरण के बाद बचाया। साथ ही उन्होंने वादा किया कि भाटीवाड़ गांव में वे मंदिर बनवाएगी।
सीकर के पिपराली सर्किल की तरफ गए थे बदमाश
सीकर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि सीकर के गुन्नू अपहरण केस में सबसे बात यह रही कि पुलिस को ग्रामीणों का भरपूर सहयोग मिला। नतीजा सबके सामने है कि बदमाशों को बच्चे को छोड़कर भागना पड़ा। मंगलवार सुबह सीकर में स्कूल जा रहे बच्चे गुन्नू का अपहरण का बदमाश बोलेरो में सवार होकर पिपराली सर्किल की तरफ भागे थे, जो झुंझुनूं जिले के गांव खिरोड़ होते हुए भाटीवाड़ की तरफ चले गए थे।
नदी में बदमाशों को चारों तरफ से घेरा
सीकर में दिनदहाड़े बच्चा किडनैप होने की सूचना पर पूरे सीकर समेत आस पास के जिलों में तुरंत नाकाबंदी करवाई है। साथ सीकर पुलिस की एक टीम गाड़ी में सवार होकर उसी रास्ते पर निकली जिधर से बदमाश भागे थे। रास्ते में ग्रामीणों से पूछते रहे कि उन्होंने सफेद बोलेरो को जाते देखा है क्या? ग्रामीणों ने पुलिस की हर संभव मदद की। झुंझुनूं जिले के गुढ़ागौड़जी इलाके में गांव बालाजी में करीब 70 ग्रामीण भी 15 गाड़ियों में होकर खुद ग्रामीण भी बदमाशों का पीछा करते रहे। आखिर में पुलिस व ग्रामीणों ने नदी में बदमाशों को चारों तरफ से घेर लिया था।
सीकर एसपी ने कहा-ग्रामीणों की सजगता काम आई
सीकर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि गुन्नू अपहरण केस में ग्रामीणों ने रियल लाइफ हीरो की भूमिका निभाई है। पुलिस टीम सिमित थी, मगर हर गांव में ग्रामीण बड़ी संख्या में आगे आए, जो मददगार बने। पुलिस को बदमाशों के भागने के संभावित रास्तों पर ले गए थे। नतीजा यह रहा कि सुबह किडनैप हुआ देर शाम तक सकुशल घर लाया जा सका।
ग्रामीणों को प्रशस्ति पत्र देंगे सीकर एसपी
सीकर पुलिस अधीक्षक आईपीएस कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि वे गुन्नू हुड्डा अपहरण केस में पुलिस की मदद करने वाले ग्रामीणों से उनकी डिटेल मांगी है, ताकि उनकी सजगता के लिए उन्हें पुलिस प्रशासन की ओर से प्रशस्ति पत्र दिया जा सके। सीकर एसपी ने अन्य ग्रामीणों से भी अपील की कि वे भी सजगता व सक्रियता बनाए रखें ताकि किसी भी वारदात के बाद उनके सहयोग से बदमाशों पर नकेल कसी जा सके।
ग्रामीणों ने ऐसे की पुलिस की मदद
मीडिया से बातचीत में ग्रामीण मनोज शास्त्री, प्रमोद छावसारी, कुलदीप मूण्ड व अजीत ने बताया कि बदमाशों की कार को सुबह पौने 11 बजे गांव खींवासर स्थित ऊबली बालाजी मंदिर के पास से गुजरते देखा गया था। फिर बदमाशों ने कच्चे रास्तों से भागने का प्रयास किया। पुलिस ने ग्रामीणों का मदद करने को कहा। झुंझुनूं यूथ कांग्रेस अध्यक्ष सुधीन्द्र मूण्ड को सीकर जिलाध्यक्ष दिनेश झीगर ने भी अपने कार्यकर्ताओं को बच्चे की तलाश में जुट जाने को कहा। ग्रामीण वहां के चप्पे चप्पे से वाकिफ थे और उन्हें शक था कि बदमाश बच्चे को लेकर नदी की तरफ गए हैं। वहां छुपे हो सकते हैं। यह बात पुख्ता साबित हुई तो ग्रामीणों व पुलिस ने नदी में बदमाशों को घेर लिया था, जहां से वे बच्चे को छोड़ पैदल ही भाग गए।
क्या है गुन्नू अपहरण केस सीकर?
बता दें कि सीकर में आदर्श स्कूल इंपल्स कोचिंग के मालिक कोचिंग संचालक महावीर हुड्डा का बेटा धीरीश उर्फ गुन्नू हुड्डा नवलगढ़ रोड की सूरजमल कॉलोनी स्थित घर से नाना जैसाराम के साथ स्कूटी पर सवार होकर झुंझुनूं बाइपास स्थित स्कूल जा रहा था। रास्ते में सैनिक डिफेंस स्कूल के पास बिना नंबर की सफेद बोलेरो में सवार होकर बदमाशों ने गाड़ी आगे लगाकर स्कूटी रुकवाई। जैसाराम से बिना किसी वजह के झगड़ा किया और फिर गुन्नू को किडनैप करके अपने साथ ले गए थे। महज आठ घंटे बाद पुलिस ने गुन्नू को बदमाशों के चंगुल से छुड़वा लिया। गुन्नू का अपहरण फिरौती के लिए किया था।
Gunnu Kidnap Sikar : सीकर में कोचिंग संचालक के बेटे का अपहरण, बिना नंबर की बोलेरे में आए किडनैपर्स