Premnath SI : माता-पिता की मौत के बाद अनपढ़ भाइयों ने मजदूरी करके प्रेमनाथ को बनाया पुलिस अफसर
बाड़मेर, 15 जुलाई। यह कहानी है बुलंद हौसलों की। जबरदस्त संघर्ष की और कभी ना हार मानने की। यही वजह है कि कभी दाने-दाने को मोहताज परिवार से अब राजस्थान पुलिस अफसर निकला है। नाम है प्रेमनाथ।
प्रेमनाथ, गांव बइया जैसलमेर राजस्थान
प्रेमनाथ मूलरूप से राजस्थान के सरहदी जिले जैसलमेर की फतेहगढ़ तहसील के गांव बइया का रहने वाला है। इनका परिवार जोगी समुदाय से ताल्लुक रखता है, जो राजस्थान में सांप का खेल और कालबेलिया नृत्य से अपना जीवन गुजर-बसर करता है।
जोगी समाज से पहले एसआई बने प्रेमनाथ
भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित जैसलमेर के गांव बइया में जोगी समाज से राजस्थान पुलिस पहले सब इंस्पेक्टर बनने का गौरव प्रेमनाथ जोगी को प्राप्त हुआ है। इनके संघर्ष और कामयाबी को अब हर को सैल्यूट करता दिख रहा है।
2003 में पिता का निधन
मीडिया से बातचीत में प्रेमनाथ ने बताया कि मेरी मुश्किलों ने ही मुझे संवारा है। कभी हार नहीं मानने और हिम्मत रखने की सीख तो मुझे बचपन में ही मिल गई थी। 2003 में तीसरी कक्षा में था। तब पिता का साया से उठ गया था।
भाइयों ने ठानी प्रेमनाथ को पढ़ाने की
प्रेमनाथ कहते हैं कि मुझसे बड़े दो भाई थी। पिता की मौत के बाद घर की जिम्मेदारी उनके कंघों पर आ गई थी। इसलिए पढ़ नहीं पाए, मगर उन्होंने स्कूल की ओर मेरे बढ़ते कदम कभी नहीं रोके और मुझे पढ़ाकर लिखाकर काबिल बनाने की हरसंभव में कोशिश में जुट गए। भाइयों ने प्रेमनाथ से कहा कि वे किसी भी सूरत में अपनी पढ़ाई पूरी करें।
रोजगार की तलाश में भाइयों ने छोड़ा गांव
प्रेमनाथ के गांव बइया में रोजगार के साधन नहीं थे जबकि बड़ा गणेशनाथ चाहता था कि प्रेमनाथ हर हाल में अपनी पढ़ाई करें। इसलिए गांव बइया से शिव तहसील के भियाड़ गांव चले गए और वहां की पहाड़ी से पत्थर तोड़कर परिवार और प्रेमनाथ की पढ़ाई का खर्च उठाने लगे।
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बोर्ड परीक्षा के वक्त मां का निधन
दो बड़े भाई गांव से बाहर रहकर दिहाड़ी मजदूरी करते रहे और प्रेमनाथ की पढ़ाई जारी रही, मगर प्रेमनाथ बाहरवीं बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे थे तब इनकी मां का निधन हो गया। तब भी भाइयों ने हिम्मत बंधाई और पढ़ाई नहीं छोड़ने दी।
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बाड़मेर ग्रामीण पुलिस थाने में मिली नियुक्ति
स्नातक की पढ़ाई के बाद प्रेमनाथ ने राजस्थान पटवारी भर्ती परीक्षा की तैयारी की। दिन-रात मेहनत की, मगर सफल नहीं हो पाए। हौसला टूटा तो फिर भाइयों ने साथ दिया। इस बार प्रेमनाथ ने राजस्थान पुलिस कांस्टेबल परीक्षा में भाग्य आजमाया और सफलता हाथ लगी। सब इंस्पेक्टर बन गए। अब प्रेमनाथ को बाड़मेर ग्रामीण पुलिस थाने में नियुक्ति मिली है।
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