अटल ने क्यों कहा था कि 'दिल्ली में भी चढ़ी है एक बारात, आडवाणी हैं उसके दूल्हा
जोधपुर। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा कांग्रेस को देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने की चुनौती दिए जाने के किस्से सभी जानते हैं। बहुमत की सरकार बनाने को लेकर अटल बिहारी वाजपेयी कितने गंभीर थे? यह उनके द्वारा लिखे एक पत्र में देखने को मिलता है। वास्तव में सदन में उन्होंने जो शपथ ली थी उसे अपने जीवनकाल में पूरा करते हुए भारतीय जनता पार्टी की बहुमत वाली सरकार बनाकर दिखा दिया। वाजपेयी की मौत की खबर से पूरा देश शोक संतृप्त है इस बीच अतिरिक्त महाधिवक्ता श्याम सुंदर को लिखे गए भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के एक पत्र में अटल की अटल इच्छाशक्ति स्पष्ट दिखाई देती है।
अतिरिक्त महाधिवक्ता श्याम सुंदर लादरेचा ने साल 1991 में जब उनका विवाह हुआ, तब उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री व तत्कालीन सांसद अटल बिहारी वाजपेयी को पत्र लिखकर अपने विवाह में सम्मिलित होने का आमंत्रण दिया। जिस पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने कवि हृदय की गहराइयों से वह अल्फाज लिखकर भेजें जिसमें उनकी अटल इच्छा शक्ति नजर आ रही थी। उन्होंने श्याम सुंदर लादरेचा को पत्र में लिखा कि यहां पर भी एक बारात चढ़ी है जिसमें आडवाणी दूल्हा है और उन्हें दिल्ली सरकार से ब्याह कर लाना है। अटल बिहारी की मौत का समाचार सुनकर अतिरिक्त महाधिवक्ता श्याम सुंदर लादरेचा भी शोक संतृप्त नजर आए। लादरेचा बताया कि वह BJP से जुड़े हैं और तब से ही अटल बिहारी वाजपेयी से संपर्क में थे। देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने का सपना अटल बिहारी वाजपेई के जीवन में एक जुनून था जिसे उन्होंने अपने जीवन में ही पूरा करके दिखाया।
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