पंजाब कांग्रेस गुटबाजी पर सोनिया को भेजी फाइनल रिपोर्ट, सिद्धू को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
नई दिल्ली, जून 10: 6 राज्यों में होने वाले विधानसभा को लेकर बीजेपी जहां बैठकों पर बैठक कर रही है। तो दूसरी तरफ पंजाब की कांग्रेस सरकार में कुछ सही नहीं चल रहा है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल चुके उनके ही सिपाहियों ने इन दिनों कांग्रेस के केंद्र नेतृत्व की चिंता बढ़ा दी है। इस बीच पंजाब कांग्रेस में गुटबाजी खत्म करने के लिए गठित 3 सदस्यीय एआईसीसी पैनल ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को रिपोर्ट सौंप दी हैं। इस रिपोर्ट से यह भी साफ हो गया है कि पंजाब में कांग्रेस के 'कैप्टन' मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ही होंगे।
सूत्रों के मिली जानकारी के मुताबिक समिति ने पंजाब कांग्रेस संगठन में खाली पदों को भरने और प्रदेशाध्यक्ष पर निर्णय लेने की सिफारिश की है। इसके साथ ही नाराज चल रहे नवजोत सिंह सिद्धू के लिए पैनल ने कहा है कि उन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। उन्हें राज्य इकाई में या तो उप मुख्यमंत्री या फिर चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष के रूप में समायोजित किया जाना चाहिए।
बता दें कि पंजाब में चल रहे सियासी घमासान को रोकने के लिए पार्टी ने मल्लिकार्जुन खड़गे, हरीश रावत और जयप्रकाश अग्रवाल की अगुवाई में एक तीन सदस्यों की कमेटी बनाई थी, जिसके बाद आज दोपहर में पैनल ने अपनी चार पेज की रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेज दी थी। सूत्रों के अनुसार पंजाब के सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के नेतृत्व पर अपना मत जाहिर किया है। साथ ही उन्हीं के चेहरे पर फिर से पंजाब में चुनाव लड़ने की बात कही है।
हालांकि पैनल की तरफ से की गई पंजाब के विधायकों से बातचीत में किसी तरह से मुख्यमंत्री के खिलाफ असंतोष नहीं दिखाई दिया। इसके अलावा न ही पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के समर्थन में किसी तरह की एकजुटता देखने को मिली। फिर भी कमेटी ने इस बात को स्वीकार किया है कि सिद्धू की नाराजगी को दूर किया जाना जरूरी हैं।